Babul Supriyo said he was happy to 'turn' his 'coat' to the BJP which has 'half' of its state governments running with 'poached MLAs'. | Latest News India.
After his defeat, he was dropped from the Union Cabinet during a reshuffle last year following which he quit the BJP. In September 2021, he joined the Trinamool and this year became an MLA after winning a bye-election. Former Union minister Babul Supriyo who got inducted into Mamata Banerjee's cabinet in West Bengal on Wednesday almost a year after he left the BJP said even the BJP could never accuse him of corruption. He was fielded by the BJP in the assembly election in 2021 which he lost.
Babul Supriyo is among the eight new faces in the Mamata Banerjee cabinet, who were sworn in at the Raj Bhavan on Wednesday.
Sashi Panja and Sovandeb Chattopadhyay were given the charge of Industry and Commerce and Parliamentary Affairs departments respectively, portfolios which were earlier with Chatterjee who was suspended by the party after his arrest. Supriyo was allocated Information Technology and Electronics, one of the departments held by Chatterjee. The singer-turned-politician also got the Tourism portfolio. Supriyo is among the eight new faces in the Mamata Banerjee cabinet, who were sworn in at the Raj Bhavan on Wednesday. “It's a poetic justice that came through Didi's (Banerjee's) hand. He was a Union minister of state. "I might have made some mistakes but I had given everything of mine (as the central minister) since 2014. Supriyo, who had resigned from the BJP last year, thanked Trinamool Congress supremo and Chief Minister Mamata Banerjee for giving him her support.
The former BJP MP was among nine Trinamool Congress leaders who were inducted into the Cabinet.
In July last year, Supriyo had said that he would quit active politics after he was dropped as a Union minister from Narendra Modi’s Cabinet. Chatterjee was sacked after the Enforcement Directorate arrested him on July 23 for his role in the alleged scam in the state School Service Commission in 2018. Banerjee had announced a reshuffle of her Cabinet on August 1, saying that several departments were lying vacant.
Lagatar24 Desk. Kolkata, Aug 3: The Mamata Banerjee-led West Bengal government swore in nine new ministers, including former BJP MP Babul Supriyo.
Nine ministers take oath in Kolkata – Babul Supriyo, Snehasis Chakraborty, Partha Bhowmick, Udayan Guha, Pradip Mazumder, Tajmul Hossain, Satyajit Barman. Birbaha Hansda & Biplab Roy Chowdhury are sworn in as Ministers with independent charges. Snehasis Chakraborty, Partha Bhowmick, Udayan Guha, Pradip Mazumder, Tajmul Hossain, and Satyajit Barman were the six MLAs who took the oath of office as ministers in addition to Supriyo. Both Birbaha Hansda and Biplab Roy Chowdhury took the oath of office as ministers with independent charges. Kolkata, Aug 3: The Mamata Banerjee-led West Bengal government swore in nine new ministers, including former BJP MP Babul Supriyo. Two additional individuals were sworn in as ministers with separate charges.
After Babul Supriyo took oath as the West Bengal cabinet minister on Wednesday, he targeted the BJP for not picking any Bengali as a cabinet minister in ...
Supriyo further added, “You have a ministry which is running for eight years. Why can a Bengali not be a cabinet minister in Delhi? I don't need any acknowledgement. It was a 'Biswasgath' to the Bengali people.
Five were administered oath as cabinet ministers, two as ministers of state and two others as ministers of state - independent charge by Governor La G.
It was last year in August when I left (BJP), and today I am sworn in as a minister of the West Bengal government. Hossain, a former two-time Forward Bloc MLA, joined the TMC in 2015. MoS (independent charge) for self-help group and self employment and MoS forest.Biplab Roy Chowdhury (75) MIC for IT and electronics and TourismBirbaha Hansda (39) I will work hard for the development of the people of West Bengal," he said. Tribal leader Birbhaha Hansda, a former actress who is presently working as the minister of state for the forest department and consumer affairs department, has been elevated as a minister of state with independent charge.
तृणमूल कांग्रेस के नेता और बुधवार को पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में मंत्री बनाए गए ...
WB Cabinet Expansion: ममता बनर्जी ने बुधवार को अपनी कैबिनेट में 9 मंत्रियों को जगह दी, ...
BJP ने सुप्रियो को अप्रैल 2021 में टॉलीगंज विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के तीन बार के विधायक अरूप विश्वास के खिलाफ मैदान में उतारा. हालांकि, इस बार सुप्रियो को 50,000 से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा. बाद में BJP के शीर्ष नेतृत्व के साथ सुप्रियो के संबंधों में खटास आने लगी और उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटा दिया गया. मंत्री पद से हटाए जाने से आहत सुप्रियो ने कहा था कि वह राजनीति ‘‘छोड़’’ देंगे. बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एक बड़ा कैबिनेट फेरबदल किया है. 2011 में पश्चिम बंगाल में पार्टी के सत्ता में आने के बाद से यह सबसे बड़ा होने की संभावना है. बता दें कि शिक्षा घोटाला मामले में अब निलंबित मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी से पार्टी के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है. भाजपा के साथ राजनीतिक पारी शुरू करने वाले सुप्रियो ने आसनसोल सीट से तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन को मात देकर सभी को चौंका दिया, जिसके बाद सुप्रियो को केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री बनाया गया था. दो साल बाद जुलाई 2016 में मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान उन्हें भारी उद्योग मंत्रालय में जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. 2019 के लोकसभा चुनावों में भी सुप्रियो की जीत का सिलसिला जारी रहा और उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की मुनमुन सेन को 1.97 लाख मतों के भारी अंतर से हराया था. इस बार सुप्रियो को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री बनाया गया. योग गुरु रामदेव के सपंर्क में आने के बाद सुप्रियो को BJP की अगुवाई वाली केंद्र सरकार में मंत्री बनने का अवसर मिला. हालांकि, पिछले साल टॉलीगंज विधानसभा सीट से 50,000 हजार मतों के बड़े अंतर से हारने के बाद उन्हें तगड़ा राजनीतिक झटका लगा. फिर सुप्रियो ने सितंबर 2021 में सभी को चौंकाते हुए भाजपा का दामन छोड़ दिया और बंगाल के सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए, जिसके बाद उन्होंने अपनी नयी पार्टी के टिकट पर अप्रैल में बालीगंज विधानसभा सीट से जीत दर्ज की. बाबुल सुप्रियो ने बैंकर की नौकरी से अपने कैरियर की शुरुआत की थी. फिर उन्होंने गायकी की दुनिया में भी अपना लोहा मनवाया. पश्चिम बंगाल के उत्तरपाड़ा में 1970 में सुप्रिया बराल के रूप में जन्मे बाबुल सुप्रियो ने बैंक की नौकरी छोड़कर गायकी की दुनिया में किस्मत आजमाने के लिए अपना नाम तक बदल लिया था. गायकी में सफलता पाने के बाद सुप्रियो ने साल 2014 में राजनीति में कदम रखा और बाबा रामदेव की सिफारिश पर BJP ने उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट दिया. Mamta Cabinet Reshuffle: पश्चिम बंगाल में बुधवार को ममता बनर्जी के मंत्रिपरिषद (Mamta Banerjee Cabinet) में नौ मंत्रियों ने पद की शपथ ली, इनमें से एक मंत्री का नाम काफी चर्चा में है और वो हैं 51 वर्षीय मशहूर गायक बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) का. एक गायक से सियासत के इस पायदान पर पहुंचे बाबुल सुप्रिया का सियासी सफर (Political Career) भी उतना ही दिलचस्प है जितनी दिलचस्प उनकी गायकी. कभी बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ‘पोस्टर बॉय’(Poster Boy) रहे बाबुल सुप्रियो तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress)में शामिल होने से पहले भाजपा (BJP)नीत केंद्र सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं और आज से वे पश्चिम बंगाल की ममत सरकार में मंत्री पद संभालेंगे.
बाबुल सुप्रियो ने पश्चिम बंगाल सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद ...
बाबुल सुप्रियो ने पश्चिम बंगाल सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। कहा कि आठ साल में मोदी सरकार ने किसी भी बंगाली को कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया। आठ साल में किसी बंगाली को कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं बनाया... मोदी सरकार पर गरजे बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगालआठ साल में किसी बंगाली को कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं बनाया... मोदी सरकार पर गरजे बाबुल सुप्रियो
बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने आज बंगाल के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
बाबुल सुप्रियो ने आगे केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा, 'एक बंगाली केंद्र सरकार में मंत्री क्यों नहीं हो सकता? अहलूवालिया जी (एसएस अहलूवालिया) भी बंगाल से सांसद हैं. वह कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं हो सकते? मैं आसनसोल से दो बार सांसद बना. यह बंगाल के साथ गलत है. यह बंगाल के लोगों के साथ विश्वासघात था.' 1. बाबुल सुप्रियो - आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स और पर्यटन विभाग बाबुल सुप्रियो ने आगे कहा कि बंगाल से 18 सांसद चुनकर आए. क्या आपको (केंद्र) लगता है कि बंगाल के लोग इस काबिल नहीं हैं कि यहां से कोई फुल टाइम मंत्री बने? बंगाल की ममता सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद बाबुल सुप्रियो ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछले 8 सालों से किसी बंगाली को कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया है. उन्होंने यह तक कह दिया कि बीजेपी ने बंगाल के लोगों के साथ 'विश्वासघात' किया है. पिछले साल बीजेपी छोड़ने वाले बाबुल सुप्रियो ने कहा कि एक तीन अगस्त वह थी, जब मैंने राजनीति छोड़ने का फैसला लिया था. एक तीन अगस्त आज है, जब मैं ममता कैबिनेट में मंत्री बना हूं. वो एक दौर था, यह एक दौर है. बता दें कि ममता बनर्जी ने आज बुधवार को अपनी कैबिनेट में विस्तार किया है. इसमें 9 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. बाबुल सुप्रियो भी इसमें शामिल हैं.
Babul Supriyo, who was on Wednesday sworn in as a minister in Mamata Banerjee's cabinet, has had a roller-coaster ride, from being a popular playback singer ...
I was expecting something more after seven years as a Union Minister of State. Then differences started growing with the party," Mr Supriyo had said after joining the Trinamool last year. In 2019 Lok Sabha polls, Mr Supriyo's winning streak continued when he defeated Trinamool's Moon Moon Sen by a huge margin of 1.97 lakh votes. "It was with great disillusionment that I had announced that I would quit politics.
West Bengal cabinet: पश्चिम बंगाल में आज बुधवार को ममता बनर्जी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हुआ है.
पश्चिम बंगाल में कैबिनेट विस्तार से पहले एक वरिष्ठ तृणमूल नेता ने कहा था कि पिछले 11 सालों में मंत्रिमंडल में फेरबदल कम ही हुए हैं और जो हुए, वे मामूली थे. इस बार स्थिति अलग है. उन्होंने कहा था कि पहले कभी भी चार-पांच नये चेहरों को शामिल करने और इतने ही मंत्रिमंडल से बाहर करने की योजना नहीं रही. इसलिए, पार्टी के सत्ता में आने के बाद से यह सबसे बड़े फेरबदलों में एक होने की संभावना है. West Bengal cabinet reshuffle: पश्चिम बंगाल में टीएमसी के सत्ता में आने के बाद से ममता कैबिनेट में सबसे बड़ा फेरबदल हुआ है. इस फेरबदल के बाद ममता कैबिनेट में 9 नए मंत्री शामिल हुए हैं. इन नए मंत्रियों में सबसे बड़ा नाम बाबुल सुप्रियो का है. उन्हें मंत्री पद मिलना भाजपा से बगावत के गिफ्ट के तौर पर देखा जा रहा है. कथित धन शोधन मामले में मुख्यमंत्री के सबसे करीबी सहयोगी पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद आज बुधवार की दोपहर नए मंत्रियों ने शपथ ली. West Bengal cabinet: पश्चिम बंगाल में आज बुधवार को ममता बनर्जी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हुआ है. ममता बनर्जी ने भाजपा से इस्तीफा देकर टीएमसी में शामिल हुए बाबुल सुप्रियो को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई है. बाबुल सुप्रियो के साथ 9 और टीएमसी नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है. कैबिनेट विस्तार से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि राज्य में जिलों की संख्या भी 23 से बढ़कर 30 हो गई है, जिससे काम का बोझ बढ़ गया है. उन्होंने कहा था कि हमने मंत्री सुब्रत मुखर्जी, साधन पांडे को खो दिया. पार्थ जेल में हैं इसलिए उनका सारा काम करना है. मेरे लिए अकेले संभालना संभव नहीं है. नए मंत्रियों में सबसे बड़ा नाम बाबुल सुप्रियो का है. बाबुल सुप्रियो भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने पिछले साल भाजपा से इस्तीफा देकर राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में जगह बनाई थी. टीएमसी के सत्ता में लगातार तीसरी बार जीतने के तुरंत बाद बाबुल ने पार्टी का दामन थाम लिया था. कैबिनेट में बाबुल सुप्रियो के साथ स्नेहाशीष चक्रवर्ती, पार्थ भौमिक, उदयन गुहा और प्रदीप मजूमदार को सीटें दी गई हैं. चार कनिष्ठ मंत्री बीरबाहा हांसदा, बिप्लब रॉय चौधरी, ताजमुल हुसैन और सत्यजीत बर्मन होंगे. गिरफ्तारी के बाद मंत्री पद से मुक्त पार्थ चटर्जी उद्योग, वाणिज्य और उद्यम और संसदीय मामलों सहित पांच प्रमुख विभागों के प्रभारी थे.
After a successful stint as a Hindi playback singer, Supriyo entered politics in 2014, getting a ticket to contest the Lok Sabha elections for the BJP from ...
I was expecting something more after seven years as a Union Minister of State. Then differences started growing with the party,"” Supriyo had said after joining the TMC last year. After a successful stint as a Hindi playback singer, Supriyo entered politics in 2014, getting a ticket to contest the Lok Sabha elections for the BJP from West Bengal on Ramdev's recommendation. After a successful stint as a Hindi playback singer, Supriyo entered politics in 2014, getting a ticket to contest the Lok Sabha elections for the BJP from West Bengal on Ramdev's recommendation.
New Delhi [India], August 4 (ANI): Bharatiya Janata Party national Vice President Dilip Ghosh on Thursday hit back at former party leader and newly inducted ...
The reshuffle also comes in the backdrop of the removal of senior TMC leader Partha Chatterjee from the cabinet. Supriyo earlier has been a union minister in the Narendra Modi-led central government. “Such a statement had not come when he was the minister at the Centre. Why make such statements? ” He was a Bengali and he had been a cabinet minister for seven years, how did he perform as the minister? He left the BJP as he was removed from the ministerial post,” Ghosh said. It is only because of the TMC,” Ghosh alleged.
Babul Supriyo, who was inducted as a minister in the Mamata Banerjee-led West Bengal government on Wednesday, had accused the Centre of not picking a ...
He left the BJP as he was removed from the ministerial post," the BJP national vice president added. "Such a statement had not come when he was the minister at the Centre. Why make such statements? He was a Union minister of state. "He was a Bengali and he had been a cabinet minister for seven years, how did he perform as the minister? It is only because of the TMC," he alleged. I think Babul Supriyo is good only for the minister in the state," Ghosh, an MP from Medinipur, said.
Dilip Ghosh, who is an MP from Medinipur, questioned Babul Supriyo's performance during his eight-year tenure as a minister in the Narendra Modi-led cabinet ...
Ghosh said Supriyo did not make such statements when he was a minister at the Centre. "Such a statement had not come when he was the minister at the Centre. Why make such statements? Mumbai With the Brihanmumbai Municipal Corporation floating a ₹5,800 crore tender for road repair works, the highest in history of the civic body, the administration has implemented multiple new clauses to keep local contractors at bay. My second innings as a minister will be better than the first. Ghosh asked, "He was a Bengali and he had been a cabinet minister for seven years, how did he perform as the minister? It is only because of the TMC." "The BJP is a party with discipline.
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee will effect a reshuffle of her cabinet on Wednesday, which TMC insiders said is likely to be one of the biggest ...
"Never before have been plans to induct four-five new faces and drop a similar number from the cabinet. So, this is likely to be one of the biggest reshuffles since our party came to power in the state," a senior TMC MLA said. West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee will effect a reshuffle of her cabinet on Wednesday, which TMC insiders said is likely to be one of the biggest since the party came to power in the state in 2011.