Patna: Reacting to the JD-U notice over alleged discrepancies in immovable properties registered from 2013 to 2022 in his name and his family members, ...
Some of the lands were purchased through cash while some were exchanged with lands of other places. The lands were not purchased through my bank account,” Singh said. Patna: Reacting to the JD-U notice over alleged discrepancies in immovable properties registered from 2013 to 2022 in his name and his family members, former Union minister RCP Singh claimed that the allegation of corruption levelled against him is completely baseless.
Former Union minister calls it a conspiracy, says party a sinking ship.
The current value of land in Asthawan and Islampur ranges from Rs 25,000 to Rs 90,000 per decimal. You also know the fact that the long political career of Nitish Kumar has been unblemished and he has not accumulated any property for himself. JD(U) is a sinking ship. We have so far only exposed his property at Nalanda. The list could be longer.” A former Uttar Pradesh-cadre IAS officer, Singh had taken VRS in 2010 to join politics. In his 2016 Rajya Sabha election affidavit, Singh showed one shared immovable asset worth Rs 4.86 lakh (his share) at Asthawan village.
Former Bihar minister RCP Singh resigned from the Janata Dal (United) after the party sent notice over corruption allegations.
The Bihar chief minister's unhappiness became evident soon as RCP Singh was asked to give up the party chief's post. RCP Singh had served as the principal secretary to Nitish Kumar during his first five years as chief minister. Singh had taken VRS in 2010 to join politics.
RCP Singh Resigns: JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र में मत्री रहे आरसीपी सिंह ने पार्टी से ...
आपको बता दें कि जेडीयू ने अपने दो कार्यकर्ताओं की शिकायत पर 2013 से 2022 के बीच में अर्जित संपत्ति के बारे में आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था. 15 दिनों के भीतर जवाब देना था. नहीं देने पर तय था कि वह पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई के दायरे में आएंगे. इससे पहेल ही आरसीपी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. RCP Singh Resigns: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने शनिवार की शाम पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. हाल ही में पार्टी ने उनपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सात जन्म में भी पीएम नहीं बन पाएंगे. इस दौरान आरसीपी सिंह ने एबीपी न्यूज के कैमरे पर ही कहा कि मैं पार्टी से इस्तीफा देता हूं. दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के ऊपर लगे जमीन से जुड़े गंभीर मामलों को लेकर शनिवार को दिन भर राजनीतिक गलियारों से लेकर मीडिया यह खबर सुर्खियों में रहने के बाद शनिवार की देर शाम आरसीपी सिंह ने अपने पैतृक गांव मुस्तफापुर में प्रेस वार्ता की. इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री थोड़े भावुक भी दिखे. आरसीपी सिंह ने कहा कि जिसका खुद का घर शीशे का हो वह दूसरे के घरों में पत्थर नहीं मारा करते हैं. इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने खुद की पार्टी बनाने पर भी विचार किया.
आरसीपी सिंह ने आज मुस्तफापुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी छोड़ने की घोषणा की और ...
Party workers alleged that he had amassed “huge property” in the name of his family members between 2013 and 2022.
“Lalan Singh is well-known for making such revelations against his rivals. He had taken voluntary retirement from service to join politics in 2010. It is alleged that Mr. Singh purchased the plots in the Islampur and Asthawan blocks of Nalanda. According to the documents attached with the letter to Mr. Singh, 20 plots were purchased in the name of Mr. Singh’s daughters and 38 in the name of his wife. There is nothing wrong and no there was no corruption at all. The party has accused Mr. Singh of purchasing 58 plots, most of them in Nalanda district, in the name of his wife and two daughters between 2013 and 2022. In a letter to Mr. Singh on August 4, State party president Umesh Singh Kushwaha asked him to “respond point-wise” to the charges that he purchased as many as 58 plots in the name of his wife and two daughters.
Nitish Kumar's Janata Dal United (JDU) has sought a reply from former party president RCP Singh on all the properties he acquired in the last nine years.
He was serving as Minister of Steel in the second term of the Modi government. He was an Indian Administration Officer of Uttar Pradesh cadre and also served as principal secretary of Nitish Kumar in Bihar government. Rejecting Union Home Minister Amit Shah’s announcement of a future alliance with Bihar allies, the JDU also denied any alliance with the BJP in the 2024 Lok Sabha elections and 2025 assembly elections.
आरसीपी सिंह ने जदयू से इस्तिफा दे दिया | जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ...
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने जो नोटिस आरसीपी सिंह को भेजा है, उसमें RCP सिंह ने जो संपत्ति खरीदी है उसका बिंदुवार जिक्र किया गया है. जदयू ने नोटिस में यह आरोप लगाया है कि आरसीपीसी सिंह ने नालंदा जिला के दो प्रखंड में 40 बीघा जमीन खरीदी और जमीन के इस खेल में दान में जमीन लेकर उसका खरीद बिक्री किया गया. इन सभी संपत्तियों का जिक्र चुनावी हलफनामे में नहीं किया गया जदयू ने एक और बड़ा आरोप आरसीपी सिंह पर लगाया कि उन्होंने जमीन के खरीद में अपनी पत्नी के नाम में भी हेराफेरी की है. हालांकि जदयू के द्वारा नोटिस भेजे जाने पर आरसीपीसी ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस संपत्ति का ब्योरा जदयू के नेताओं ने जुटाया है. रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर जमीनें आरसीपी सिंह की पत्नी गिरजा सिंह और दोनों बेटियों लिपि सिंह, लता सिंह के नाम पर हैं. नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद प्राप्त हुआ है. जिसमें कहा गया है कि आपके और आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति निबंधित की गई है. आरोप यह भी है कि आरसीपी सिंह ने 2016 के अपने चुनावी हलफनामे में इन संपत्तियों का जिक्र नहीं किया है. जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान शनिवार को किया है. इस्तीफे में उन्होंने पार्टी के कुछ लोगों पर उनके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने नया संगठन बनाने का संकेत भी दिया है. गौरतलब है जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह पर उनकी ही पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा था. आरसीपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एक बार फिर बिहार का राजनीतिक माहौल गरम हो गया. जदयू ने आरसीपी सिंह पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पार्टी में रहते हुए अकूत संपत्ति बनाई है. JDU नेताओं ने RCP सिंह पर 9 साल में 58 प्लॉट खरीदने का गंभीर आरोप लगाया. जदयू ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा था.
Singh, who has also served as the JD(U) general secretary and national president, had to resign from the Union cabinet on July 6 after the party denied him ...
The Crime Investigation Agency of the Panipat police has arrested a man for demanding ₹20 lakh extortion posing himself as a member of the Lawrence Bishnoi gang. A spokesman of the Haryana Police said when the police team asked them to surrender, the accused started firing at the team. Spread over 9.25 acres, the IDTR has been established at a cost of Rs 34 crore, which was spent by the Honda Company. It will provide training to drive light and heavy motor vehicles to 350 youth every day. In 2019, a 24-year-old woman from eastern Uttar Pradesh accused Atul Rai of rape in 2018 at his Varanasi residence. The Haryana Police cracked a double murder case that took place at Hisar's Hansi on August 4 with the arrest of five persons. In July, speculations about him joining the BJP gained traction after he was welcomed by party leaders in Hyderabad during their national executive meeting. A reason why he has fallen from grace,” JD(U) minister Ashok Choudhary said. RCP Singh has set a wrong precedent by fudging names (complainants allege that spelling of wife’s name has been changed) to hide properties. “I heard the statement of RCP Singh. His gratitude towards the prime minister, with no mention of Nitish Kumar, is proof that he had accepted the ministerial berth without taking consent of the party. “The party follows a zero-tolerance policy as far as corruption is concerned. The honourable leader made you a Rajya Sabha MP twice, party general secretary (organisation), national president and a minister at the Centre with full faith and trust. You are aware of the fact that the leader has zero tolerance for corruption.
जनता दल यूनाइटेड के नेता आरसीपी सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया ...
आरसीपी पर आरोप लगा कि जेडीयू में रहते हुए उन्होंने अकूत संपत्ति बनाई जिसमें नालंदा के दो प्रखंडों में खरीदी गई 40 बीघा जमीन का मामला भी शामिल है. आरोप है कि आरसीपी सिंह ने इन संपत्तियों का जिक्र अपने चुनावी हलफनामे में भी नहीं किया था और इसे जेडीयू से भी छिपाए रखा. आरसीपी सिंह पर अपनी पत्नी के नाम में हेर-फेर करके भी जमीन खरीदने के आरोप लगे हैं. आरसीपी सिंह पर जब भ्रष्टाचार के आरोप लगे, तो जेडीयू ने भी कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांग लिया. आरसीपी सिंह को जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे साल 2013 से 2022 के बीच जेडीयू में रहते हुए भ्रष्टाचार के जरिये अकूत संपत्ति बनाने के आरोपों पर जवाब देने को कहा. साल 2016 में आरसीपी सिंह को जेडीयू ने दोबारा राज्यसभा भेजा और शरद यादव की जगह राज्यसभा में पार्टी का नेता भी मनोनीत किया. वहीं नीतीश कुमार ने जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ा तो आरसीपी सिंह को ही पार्टी की कमान सौंपी गई. इस तरह नीतीश के बाद जेडीयू में वो नंबर दो की हैसियत वाले नेता बन गए. लेकिन मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने के बाद उनके रिश्ते में दरार आने लगी. आरसीपी को तीसरी बार जेडीयू से राज्यसभा पहुंचने का मौका नहीं मिला, जिसके चलते उन्हें मोदी कैबिनेट छोड़ना पड़ा. मोदी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद जब आरसीपी सिंह पटना पहुंचे तो तब भी उन्होंने अपनी मंशा साफ की थी. उन्होंने कहा था-वह शांत नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा था- मैं जमीन का आदमी हूं, संगठन का आदमी हूं और संगठन में काम करूंगा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कभी दांया हाथ माने जाने वाले जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरपीसी सिंह ने अब पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नालंदा में अपने गांव मुस्तफापुर में इस इस्तीफे का ऐलान किया. हाल में जदयू ने उन्हें तीसरी बार राज्यसभा भेजने से मना कर दिया था, जिसकी वजह से उन्हें मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. पार्टी के भीतर काफी समय से उपेक्षित हो रहे आरसीपी सिंह के सियासी भविष्य को लेकर सवाल पहले ही खड़े हो रहे थे, लेकिन वो अगला कदम क्या लेंगे, सबकी नजर इसी पर थी. अब उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
JD(U)'s former president and former Union minister Ramchandra Prasad Singh, commonly known as RCP, resigned from the party and its primary membership.
JD(U) parliamentary board chairman Upendra Kushwaha said, “Our party has ‘zero tolerance’ policy on the issue of corruption. Though Kushwaha has not mentioned the name of the party workers who made allegations against Singh and the members of his family, the JD(U)’s Rahui (Nalanda) block president Rakesh Mukhiya on Saturday came before media and said that allegations against Singh has been levelled by him. “All the lands mentioned in the party workers’ allegations were purchased in the names of my two daughters Lipi Singh and Lata Singh. The former is an IPS officer and latter is an advocate. The party workers have also submitted certain documentary evidence to support their allegations,” Kushwaha said in his letter. “Today, I am deeply sad because they have now gone to such a low-level to level allegation of corruption against my daughters and spouse. I will soon send my resignation letter,” Singh said while talking to media persons at his native village Mustafapur in Bihar’s Nalanda district on Saturday.
पटना न्यूज़: RCP Singh on Nitish Kumar: बिहार में कभी नीतीश कुमार का दाहिना हाथ माने जाने वाले ...
The development comes hours after the JD (U) issued a show-cause notice to its former national president for allegedly amassing huge amounts of property ...
If a complaint has come it becomes the duty of the party to seek clarification from him (Singh). Party’s next step will depend on his reply/clarification,” he said. The honourable leader made you a Rajya Sabha MP twice, party general secretary (organisation), national president and a Minister at the Centre with full faith and trust. JD (U) is a sinking ship. The allegations against RCP Singh ji are a matter of investigation. What is left in JD (U) now? The development comes hours after the party issued a show-cause notice to its former national president for allegedly amassing huge amounts of property between 2013 and 2019, and not declaring those in his poll affidavit.