Aaj ka rashifal 15th 2022 आज 15 अगस्त सोमवार का दिन भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि 9.02 PM तक रहेगी उसके ...
Horoscope Today (आज का राशिफल) 15 August 2022: सोमवार, 15 अगस्त को देश में 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया ...
पढ़ें 15 अगस्त के मुख्य और ताजा समाचार - लाइव ब्रेकिंग न्यूज़ · 02:56 AM, 15-Aug-2022. मिरर सेल्फी की ...
Horoscope Today Rashifal in Hindi: 15 अगस्त 2022, सोमवार का दिन ग्रह और नक्षत्र की चाल से महत्वपूर्ण है, ...
मीन राशि (Pisces): मीन राशि के जातकों का पारिवारिक जीवन आज सुखमय रहेगा और व्यवसाय के लिए भी यदि आप कुछ योजनाओं को बनाएंगे, तो वह भी सफल रहेंगी, लेकिन किसी प्रॉपर्टी की खरीददारी में कोई बाधा उत्पन्न हो सकती है. आपको संतान के किसी काम से संबंधित भागदौड़ अधिक करनी पड़ेगी, जिसके कारण आपको थकान का अनुभव होगा. आपको कोई चोट भी लग सकती है. आपको मित्रो से बातचीत करते समय वाणी की मधुरता को बनाए रखना बेहतर रहेगा. माता पिता से आप कुछ समस्याओं पर बातचीत कर सकते हैं. कुंभ राशि (Aquarius): कुंभ राशि के जातकों के लिए आज का दिन धन संबंधित मामलों में परेशानी लेकर आएगा. यदि आप पार्टनरशिप में किसी नए व्यवसाय को शुरू करेंगे, तो उसमें आपके साथ धोखा हो सकता है. आपके व्यवसाय मैं कोई आपको यदि सलाह दे, तो उसकी सलाह को तुरंत नहीं मानना है. प्रेम जीवन जी रहे लोगों के संबंध अपने साथी से और प्रगाढ़ होंगे, जिसके कारण वह प्रसन्न रहेंगे. आप अपने किसी परिजन के घर मांगलिक उत्सव में सम्मिलित हो सकते हैं. फाइनेंस से जुड़े लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है. मकर राशि (Capricorn): मकर राशि के जातकों के लिए आज दिन मध्यम रूप से फलदायक रहने वाला है. आप अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव कर सकते हैं. कार्यक्षेत्र में भी यदि आप स्थान परिवर्तन करेंगे, तो वह आपके लिए लाभदायक रहेगा. पारिवारिक सुख शांति को बनाए रखने के लिए आप किसी वाद विवाद में पड़ सकते हैं. नौकरी में कार्यरत लोगों को के ऊपर अतिरिक्त बोझ आ सकता है. रोजगार की तलाश कर रहे लोग अपनी मेहनत से किसी अच्छे मुकाम पर पहुंच सकते हैं. परिवार में किसी सदस्य को कहीं बाहर जाने का मौका मिल सकता है. धनु राशि (Sagittarius): धनु राशि के जातक यदि किसी यात्रा पर जाने की तैयारी में लगे है, तो वह उनके लिए लाभदायक रहेगी. आपको अपने परिवार के सदस्यों का सहयोग व सानिध्य भरपूर मात्रा में मिलता दिख रहा है. सरकारी नौकरी में कार्यरत लोग पदोन्नति व वेतन वृद्धि पा सकते हैं, लेकिन उनका कोई परिचित चुगली लगा सकता है, इसलिए उन्हें सावधान रहने की आवश्यकता है. आपको मित्रों की किसी निवेश संबंधित स्कीम का हिस्सा बनने से बचना होगा. आप अपने परिवार के किसी सदस्य के लिए यदि कोई निर्णय ले, तो उसे बहुत ही सावधानी से लें. वृश्चिक राशि (Scorpio): वृश्चिक राशि के जातकों के लिए आज दिन कुछ खास रहने वाला है. दांपत्य जीवन में तनाव बना रहेगा, लेकिन आप जीवन साथी को मनाने में कामयाब रहेंगे. व्यस्तता अधिक रहने के कारण आप अपने माता पिता कि कुछ बातों को नजरअंदाज कर देंगे, उसके बाद वह आपसे नाराज हो सकते हैं। बिजनेस कर रहे लोग आज अपने किसी परिचित से सलाह मशवरा कर सकते हैं. राजनीति की दिशा में हाथ आजमा रहे लोग आज अच्छे मुकाम पर पहुंच जाएंगे. संतान की धार्मिक कार्यक्रम के प्रति रुचि बढ़ी देख आपका मन प्रसन्न रहेगा. तुला राशि (Libra): तुला राशि के जातकों के लिए चारों ओर का वातावरण सुखमय रहेगा. आपको परिवार के किसी सदस्य के कैरियर की चिंता थी, तो वह समाप्त होगी और आपका कोई परिचित आपके लिए खुशखबरी लेकर आ सकता है. नौकरी में कार्यरत लोगों को किसी टारगेट को पकड़कर कार्य करना होगा, तभी वह सफलता हासिल कर सकेंगे. आपको अपनी माताजी से किसी बात पर उलझने से बचना होगा, नहीं तो वह आपसे नाराज हो सकती हैं. आप सामाजिक कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे, जो आपके लिए लाभदायक रहेगा. कन्या राशि (Virgo): कन्या राशि के जातकों को आज आलस्य को दूर भगा कर आगे बढ़ना होगा. यदि उन्होंने आलस्य को बनाए रखा, तो वह अपने बिजनेस की तरक्की में बाधा ला सकते हैं. राजनीतिक गतिविधियों में आप बढ चढ़कर हिस्सा लेंगे. आपके द्वारा किए गए कार्यों की लोग सराहना करेंगे. संतान कोई ऐसा काम करेगी, जिससे आप ना खुश होंगे, लेकिन परिवार में किसी सदस्य को रिटायरमेंट मिलने से आप रहेंगे. आप परिवार में छोटे बच्चों के लिए कोई उपहार लेकर आ सकते हैं. आपके कुछ खर्चे आपकी परेशानियों को बढ़ा सकते हैं. सिंह राशि (Leo): सिंह राशि के जातको के लिए आज दिन कठिनाई भरा रहेगा, क्योंकि उनका अपने साथी से कोई लड़ाई झगड़ा हो सकता है. यदि आप किसी यात्रा पर जा रहे थे,तो वह स्थगित हो सकती है. आपको किसी नए वाहन की खरीदारी के लिए वरिष्ठ सदस्यों से सलाह मशवरा करना बेहतर रहेगा, नहीं तो वह नाराज हो सकते हैं.आज आप किसी से धन उधार लेंगे, तो वह आपको आसानी से मिल जाएगा, लेकिन आपको उसे जल्दी उतारने की कोशिश करनी होगी. कर्क राशि (Cancer): कर्क राशि के जातकों के लिए आज दिन परेशानियों से बाहर निकालने के लिए रहेगा. कार्य क्षेत्र में आप अपनी कुछ रुकी हुई योजनाओं की फिर से सुध बुध लेंगे और उन्हें शुरू करेंगे. आपको विपरीत परिस्थिति में भी अपने गुस्से पर नियंत्रण बनाए रखना होगा, नहीं तो विरोधी इसका फायदा उठाने की कोशिश कर सकते हैं. आप अपने काम में इतने मदमस्त रहेंगे कि आपको किसी और की कोई परवाह ही नहीं होगी. पिता जी द्वारा आपको यदि कोई कार्य सौंपा जाए, तो उसे समय रहते पूरा करें. मिथुन राशि (Gemini): मिथुन राशि के जातकों के लिए आज दिन उन्नति दिलाने वाला रहेगा. आप अपनी संतान की तरक्की देखकर प्रसन्न होंगे, लेकिन आपके ऊपर जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ सकता है, उसे आप खुशी-खुशी पूरा करेंगे. परिवार के किसी सदस्य के ऊपर आपको अपनी सोच को नहीं डालना है व उनसे उनके मन की राय अवश्य लेनी होगी, नहीं तो आप कोई गलत निर्णय ले सकते हैं. विवाह योग्य जातकों के लिए उत्तम विवाह का प्रस्ताव आ सकते हैं, जिन्हें परिवार के सदस्य द्वारा भी तुरंत मंजूरी दी जा सकती है. वृषभ राशि (Taurus): वृषभ राशि के जातकों के लिए आज धन का लेनदेन परेशानी भरा रहेगा, इसलिए उन्हें सावधानी और सतर्कता अवश्य बरतनी होगी. व्यापार कर रहे लोग किसी गलत काम में फंस सकते हैं, इसलिए आपको गलत तरीकों से धन कमाने से बचना होगा, नहीं तो आपको जेल भी जाना पड़ सकता है. राजनीति की दिशा में आगे बढ़ रहे लोग अपने किसी सीनियर से नहीं उलझे, नही तो उन्हें अपने पद व प्रतिष्ठा से हाथ धोना पड़ेगा.ससुराल पक्ष का कोई व्यक्ति आपसे धन उधार मांगे, तो जीवन साथी से बातचीत करके दे, नहीं तो आपसी रिश्तो में दरार पैदा हो सकती है. मेष राशि (Aries): आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा. यदि आप अपने मन में चल रही उलझनों को लेकर परेशान थे, तो आपको उनसे निजात मिलेगी और परिवार में चल रही कलह, भी समाप्त होगी और आप रिलैक्स रहेंगे, लेकिन आपकी किसी अनुभवी व प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात होगी, जिनसे आप कुछ टिप्स ले सकते हैं. व्यापार में आप कुछ नए लोगों को शामिल करेंगे, तो आपके लिए बेहतर रहेगा. जो लोग नौकरी के साथ साथ किसी पार्ट टाइम कार्य में हाथ आजमाने की सोच रहे हैं, तो उनकी वह इच्छा पूरी होगी.
Makar Rashifal 15 august 2022: मकर राशि वालों का रिश्तोदारों से संवाद बढ़ेगा. भेंट चर्चाओं में ...
स्वास्थ्य मनोबल- जल्द भरोसा करने से बचें. आलस्य छोड़ें. सभी का आदर सम्मान रखें. स्वास्थ्य पर ध्यान देंगे. उत्साह बना रहेगा. भावुकता पर अंकुश रखेंगे. मनोबल ऊंचा रहेगा. उत्साह बनाए रखेंगे. धन लाभ- जवाबदेह बने रहेंगे. व्यापारियों का भरोसा जीतेंगे. पेशेवरों का सहयोग बना रहेगा. शुभ सूचनाओं की प्राप्ति होगी. अनुकूलता बढ़त पर रहेगी. बड़े लक्ष्य साधेंगे. आर्थिक लाभ पर जोर रहेगा. कामकाज संवार पर रहेगा. साहस पराक्रम दिखाएंगे. पेशेवर मामले संवरेंगे. प्रबंधन बढ़ेगा. सभी से सामंजस्य रखेंगे. व्यवसायिक यात्रा संभव है. संसाधनों को बढाएंगे. Capricorn Horoscope 15 august 2022: व्यक्तिगत जिम्मेदारियों को पूरा करेंगे. सामाजिकता में आगे रहेंगे. बंधुत्व भाव बढ़ेगा. सहादरों से करीबी बढ़ेगी. रक्त संबंधियों का सहयोग बना रहेगा. लाभकारी परिस्थितियों का लाभ उठाएंगे. वाणिज्यिक अवसरों को भुनाएंगे. कार्य समय पर पूरा करें. समझ और साहस से काम लें. सहकारिता पर जोर रहेगा. विवेक विनम्रता से आगे बढ़ें. धैर्य धर्म अपनाएंगे. उचित अवसर पर बात कहेंगे. व्यस्तता रहेगी. जनकल्याण के कार्यों पर ध्यान देंगे. तालमेल बढ़ाएंगे. संपर्क संवरेगा. प्रेम मैत्री- रिश्तोदारों से संवाद बढ़ेगा. भेंट चर्चाओं में असरदार रहेंगे. अपनों के साथ सुखद समय साझा करेंगे. गरिमापूर्ण व्यवहार रखेंगे. समर्पण का भाव बढ़ेगा. सभी प्रभावित होंगे. परिजनों से तालमेल रखेंगे. जल्दबाजी न दिखाएं. मित्र संबंधों को बल मिलेगा. सभी सहयोगी होंगे. आज का उपाय : महादेव भगवान शिवशंकर की पूजा वंदना करें. ओम् सों सोमाय नमः का जाप करें. सक्रिय रहें. अफवाहों से बचें. शुभ रंग : रेड रोज शुभ अंक : 2 और 6
यह वही स्थान है, जहां पर बैठकर उन्होंने सांप्रदायिक दंगों को रोकने के लिए आमरण अनशन किया ...
सितारों की चाल के अनुसार, मेष राशि के लोगों के लिए आज का दिन लाभ के मौके दिलाने वाला ...
बेहतर कारोबार से जुड़े आर्डर मिलेंगे साथ ही किसी नए काम की शुरुआत भी होगी परंतु अभी ...
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आज 15 अगस्त 2022 स्वतंत्रता दिवस के दिन चंद्रमा और गुरु मिलकर बहुत ही शुभ योग बना रहे हैं।
Panchang Today (आज का पंचांग) 15 August 2022: देखें 15 अगस्त दिन सोमवार के सभी शुभ मुहूर्त।
Memories of 15 August 1947: आज हमें आजाद हुए 75 साल हो गए. एक मुल्क आजादी के पहले पल में क्या महसूस ...
सभा भवन से बाहर, आधी रात के आकाश में अचानक बिजली कड़क उठी और मॉनसूनी बारिश टूट पड़ी. भवन को चारों तरफ से हजारों भारतीयों ने घेर रखा था. वे भीगने लगे. चुपचाप, क्षण-क्षण नजदीक आ रही उस आधी रात की संभावना ने उन्हें इतना रोमांचित और तन्मय कर रखा था कि भीगने का उन्हें पता ही नहीं चल रहा था. आखिरकार आधी रात की वह टंकार शुरू हुई. जिसने एक दिन के समापन और साथ में एक युग के भी समापन की घोषणा कर दी. टंकार के दौरान कोई व्यक्ति बिल्कुल भी न हिला. फिर नेहरू के शंखनाद ने एक बड़े साम्राज्य के अंत और भारत भूमि पर एक नए युग के सूत्रपात की घोषणा कर दी. समारोह एकदम भव्य था. नेहरूजी सूती जोधपुरी पायजामे और बण्डी में थे. वल्लभभाई पटेल सफेद धोती में प्रकट हुए थे.'' आजादी की पहली सुबह का ये जश्न आधी रात से ही जारी था. 14-15 अगस्त की आधी रात के जश्न ने लोगों को उत्साहित कर दिया था. उस रात को 'जन गण मन' और 'वंदेमातरम' के राष्ट्रीय गीतों की मधुर ध्वनि कैसी स्वर्गीय सी जान पड़ती थी. ये गीत पहले भी अनेकों बार सुने थे, किन्तु उस रात तो एक-एक शब्द मानों पुकार-पुकार कर अपना अर्थ भी श्रोताओं के कानों में कह रहा था. उस रात वास्तव में शस्यश्यामला, बहुबल घारिणी, रिपुदल वारिणी आदि विशेषणों के ठीक अर्थ समझ में आए. जब 'जन गण मन' आरम्भ हुआ तो इसकी ललित लय में हजारों सिर हिल उठे. किन्तु जैसे ही राष्ट्र गान में पंजाब और सिंध का उल्लेख हुआ एकत्रित भीड़ में सैंकड़ों आदमियों ने सिर उठाकर एक-दूसरे को देखा. वहां उपस्थित जनों को सहसा विभाजन की टीस याद आ गई जो दूसरी ओर पाकिस्तान नाम के मुल्क के रूप में मूर्त रूप ले चुकी थी और सरहदों पर हिंसा को जन्म दे चुकी थी.'' मशहूर लेखक राजेंद्र लाल हांडा ने अपनी 'किताब दिल्ली में दस वर्ष' में वर्ष 1940 से 1950 के बीच की दिल्ली की जिंदगी, सत्ता के गलियारों में हो रहे बदलावों और सामाजिक-आर्थिक पहलूओं पर काफी विस्तार से लिखा है. आजादी की रात की आंखों देखी लिखते हुए उन्होंने धारासभा की भीड़ और लोगों के उत्साह का भरपूर चित्रण किया है. वे लिखते हैं- ''रात के लगभग दो बजे स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू धारा सभा से निकल कर वायसराय भवन की ओर गवर्नर जनरल को आमंत्रित करने गए. स्वतंत्रता के उत्साह में भीड़ भी उनके पीछे-पीछे हो ली. खाली स्थान था ही नहीं और जनसमूह इतना बड़ा था कि यह पता लगाना असंभव था कि लोग किधर जा रहे हैं. डोमिनिक लैपीयरे और लैरी कॉलिन्स लिखते हैं- ''नेहरू के ऐन सामने खद्दरधारियों की जो भीड़ उस भवन में ठसाठस बैठी थी, वह उस राष्ट्र की जनता का प्रतिनिधित्व कर रही थी, जिसका जन्म उस आधी रात को बस होने ही वाला था. वे तमाम प्रतिनिधि परस्पर इतने भिन्न थे, लेकिन उस भिन्नता के बावजूद अब वे इतने एक होने जा रहे थे कि अनेकता में एकता की वैसी मिसाल विश्व में अन्यत्र कहीं भी नहीं मिलेगी. संविधान सभा के समक्ष नेहरू प्रस्ताव रख रहे थे कि ज्यों ही आधी रात की टंकार समाप्त होगी, हम सब उठ पड़ेंगे और भारतीय जनता की अधिकतम सेवा करने की शपथ लेंगे. धारासभा भवन में ही नहीं, उसके बाहर हरी घास पर, सड़कों पर, सेक्रेटेरियट के सामने विशाल मैदान में तिल रखने की भी कहीं जगह दिखाई न देती थी. ऐसी भीड़ तो लोगों ने प्रायः देखी होगी, पर आधी रात को किसी भी स्थान पर किसी समय दो तीन लाख आदमी इकट्ठे न हुए होंगे. दिल्ली ने अतीत में अनेक उत्सव, अनेक पर्व देखें. बड़े-बड़े चक्रवर्ती दिग्विजयी सम्राटों के समारोह देखे लेकिन अतीत के वे सभी महोत्सव उस महान पर्व के आगे फीके पड़ गए, जो दिल्ली के लोगों ने 14-15 अगस्त 1947 की रात को देखा. उस रात दिल्ली में स्वतंत्रता का अवतरण हुआ. ठीक आधी रात के समय जिस क्षण 15 अगस्त के दिन ने जन्म लिया. लाखों नर-नारियों को ऐसा आभास हुआ मानों गंगा की तरह स्वर्ग से स्वतंत्रता धरती पर उतर रही हो.'' अपने इतिहास में उसने एक स्थान में इतना विशाल जनसमूह निश्चय ही कभी नहीं देखा होगा, जितना उस दिन लाल किले के आस-पास आ जुटा था. स्थानीय पत्रों तथा सरकारी अनुमानों के अनुसार, वहां 10 लाख से कम आदमी नहीं थे. दिल्ली गेट से लेकर कश्मीरी गेट तक और जामा मस्जिद से लाल किले तक कहीं सड़क या भूमि दिखाई नहीं देती थी. सिवाय एक अपार जनसमुदाय के और कुछ नहीं था. इस भीड़ को विसर्जित होने में चार घंटे लगे. सभी सड़कें प्रायः एक बजे दोपहर तक भीड़ से खचाखच भरी रहीं. आर. एल. हांडा लिखते हैं- ''रात तीन बजे तक शपथ-ग्रहण आदि के बाद समारोह समाप्त हो गया. कुछ लोग घरों को वापस हो लिए, बहुत से हरे लॉनों और फुटपाथों पर सो रहे. अगले दिन यानी 15 अगस्त की सुबह आठ बजे पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर यूनियन जैक की जगह भारत का तिरंगा झंडा फहराया. दिल्ली हजारों साल का पुराना शहर है. 'गांव-देहात से आए लोग अपने बच्चों को आजादी का मतलब अपने-अपने हिसाब से समझा रहे थे कि अब अंग्रेज चले गए. अब हमारे पास ज्यादा पशु होंगे, अब हमारे खेतों में ज्यादा फसल हुआ करेगी, अब कहीं आने-जाने पर रोक नहीं रहेगी, ग्वालों ने अपनी पत्नियों से कहा कि अब गायें ज्यादा दूध देंगी, क्योंकि आजादी मिल गई है. लोगों ने बसों में टिकट खरीदने से इनकार कर दिया, भला आजाद मुल्क में भी कोई टिकट लगा करते हैं. आजादी का समारोह देखने आया एक भिखारी उस विभाग में दाखिल होने लगा, जो विदेश के राजनीतिज्ञों के लिए आरक्षित था. जब सिपाही ने पूछा कि तुम्हारा आमंत्रण पत्र कहां है? तो वह चकित हो गया. 'आमंत्रण'? उसने कहा- अब कैसा आमंत्रण? हम आजाद हो गए हैं. समझे! अब कोई बड़ा-छोटा नहीं होगा. सब बराबर होंगे... सबकी आंखों में आजाद भारत को लेकर अपनी एक समझ थी, अपनी एक सोच थी, अपना एक सपना था... क्योंकि इनमें से कोई भी कभी आजाद मुल्क में नहीं रहा था. लोग देखना चाहते थे कि एक आजाद मुल्क होता कैसा है?' 'चारों दिशाओं से लोग दिल्ली की ओर दौड़े चले आ रहे थे. तांगों के पीछे तांगे, बैलगाड़ियों के पीछे बैलगाड़ियां, कारें, ट्रकें, रेलगाड़ियां, बसें सब लोगों को दिल्ली ला रही थीं. लोग छतों पर बैठकर आए, खिड़कियों पर लटककर आए, साइकिलों पर आए और पैदल भी, दूर देहात के ऐसे लोग भी आए जिन्हें गुमान तक नहीं था कि भारत देश पर अब तक अंग्रेजों का शासन था और अब नहीं है. लोग गधों पर चढ़े, घोड़ों पर चढ़े. मर्दों ने नई पगड़ियां पहनीं, औरतों ने नई साड़ियां. बच्चे मां-बाप के कंधों पर लटक गए. देहात से आए बहुत से लोग पूछ रहे थे कि यह धूम-धड़ाका काहे का है? तो लोग बढ़-बढ़ कर बता रहे थे- अरे, तुम्हे नहीं मालूम, अंग्रेज जा रहे हैं. आज नेहरूजी देश का झंडा फहराएंगे. हम आजाद हो गए.' मशहूर लेखक डोमिनिक लैपीयरे और लैरी कॉलिन्स अपनी किताब 'फ्रीडम एट मिडनाइट' में 14 अगस्त 1947 के ऐतिहासिक दिन का चित्रण करते हुए लिखते हैं- 'सैन्य छावनियों, सरकारी कार्यालयों, निजी मकानों आदि पर फहराते यूनियन जैक को उतारा जाना शुरू हो चुका था. 14 अगस्त को जब सूर्य डूबा तो देश भर में यूनियन जैक ने ध्वज-दण्ड का त्याग कर दिया, ताकि वह चुपके से भारतीय इतिहास के भूत-काल की एक चीज बन कर रह जाए. समारोह के लिए आधी रात को धारा सभा भवन पूरी तरह तैयार थी. जिस कक्ष में भारत के वायसरायों की भव्य ऑयल-पेंटिंग्स लगी रहा करती थीं, वहीं अब अनेक तिरंगे झंडे शान से लहरा रहे थे.' देश आज आजादी की 75वीं वर्षगांठ (75th independence day) का जश्न मना रहा है. हाथों में तिरंगा और जुबां पर जय हिंद के नारे लिए आज हर हिंदुस्तानी उस रात के बारे में जानना चाहता है जब हमारे पूर्वजों ने पहली बार एक आजाद मुल्क में सांस ली होगी. कैसी रही होगी 14-15 अगस्त 1947 की रात. कैसा रहा होगा अपनी दिल्ली का नजारा? कैसे पूरी रात जागकर देश भर में लोगों ने एक आजाद होते हुए देश को न सिर्फ देखा होगा बल्कि जिया भी होगा. कैसे अंग्रेजी शासन के खौफ से पीछा छुड़ाकर खुद के पैरों पर खड़े होकर भारत ने एक रात में शताब्दियों के गर्द-ओ-ग़ुबार झाड़कर फेंक दिए होंगे? कैसी रही होगी वो रात और वो आजादी की पहली सुबह? लैपीयरे और कॉलिन्स लिखते हैं- '14 अगस्त की सुबह से ही देश के शहर-शहर, गांव-गांव में जश्न शुरू हो गया था. दिल्ली के वाशिंदे घरों से निकल पड़े. साइकिलों, कारों, बसों, रिक्शों, तांगों, बैलगाड़ियों, यहां तक हाथियों-घोड़ों पर भी सवार होकर लोग दिल्ली के केंद्र यानी इंडिया गेट की ओर चल पड़े. लोग नाच-गा रहे थे, एक-दूसरे को बधाइयां दे रहे थे और हर तरफ राष्ट्रगान की धुन सुनाई पड़ रही थी.'
Independence Day 2022: देश दुनिया में 15 अगस्त को बहुत कुछ हुआ. साल 1947 में 15 अगस्त को भारत को आजादी ...
अमेरिकी फौज के अफगानिस्तान से वापस जाने के बाद 15 अगस्त 2021 को तालिबान के लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर नियंत्रण कर लिया और इसी के साथ पूरे देश पर तालिबान का कब्जा हो गया. इसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़कर चले गए. इसके अलावा अमेरिकी फौज के अफगानिस्तान से वापस जाने के बाद 15 अगस्त 2021 को तालिबान के लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर नियंत्रण कर लिया और इसी के साथ पूरे देश पर तालिबान का कब्जा हो गया. इसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़कर चले गए.
आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang): आज 15 अगस्त दिन सोमवार है. इस दिन बहुला चतुर्थी व्रत और भाद्रपद ...
आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी यमघण्ट– 11:59:04 से 12:51:48 तक शुभ समय – 11:59:04 से 12:51:48 तक तक
Aaj Ka Panchang, 15 August 2022: भगवान शिव का पूजन करते समय आपको शुभ व अशुभ मुहूर्त का ध्यान रखना ...
आज का पक्ष : कृष्ण पक्ष आज का वार : सोमवार आज का करण :
Arthik Rashifal august 2022: कन्या राशि वालों का नेतृत्व संवार पर रहेगा. जीत का भाव बढ़ेगा.
मीन- नवीन विचारों से प्रभावित रहेंगे. रचनात्मक कार्यों में आगे रहेंगे. इच्छित परिणाम बनेंगे. आर्थिक पक्ष बढ़त पर रहेगा. व्यवस्था व प्रबंधन पर जोर देंगे. सबका सहयोग मिलेगा. अनुकूलता का लाभ उठाएंगे. धैर्य से काम लेंगे. प्रस्तावों को गति मिलेगी. तेजी से कार्य करेंगे. विभिन्न मामले गति पाएंगे. उपलब्धियों को साझा करेंगे. व्यवस्था पर जोर देंगे. सक्रियता दिखाएं. वृश्चिक- प्रतिस्पर्धा में आगे रहेंगे. बुदिध एवं कला कौशल से काम लेंगे. सजग सहज रहेंगे. आर्थिक मामलों में निरंतरता बनाए रखेंगे. कार्य व्यापार में प्रभावी रहेंगे. उम्मीद से उम्दा प्रदर्शन करेंगे. सर्वश्रेष्ठ देने का भाव रहेगा. पेशेवरता पर जोर देंगे. समकक्षों का सहयोग रहेगा. रुटीन पर ध्यान देंगे. विभिन्न मामले पक्ष में बनेंगे. बहस विवाद टालेंगे. सक्रियता पर जोर रहेगा. कुंभ- आर्थिक विषयों को बल मिलेगा. शुभ कार्यों से जुड़ेंगे. संपर्क का लाभ उठाएंगे. मूल्यवान भेंट मिल सकती है. महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्राप्त होंगे. रुटीन बेहतर बनाए रखेंगे. कामकाज उम्मीद से अच्छा रहेगा. संग्रह संरक्षण में रुचि रहेगी. पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. वाणिज्यिक लाभ बढ़ेगा. फोकस बनाए रखेंगे. प्रबंधन सहयोगी होगा. सूचनाएं साझा करेंगे. अवसर भुनाएंगे. मकर- जवाबदेह बने रहेंगे. व्यापारियों का भरोसा जीतेंगे. पेशेवरों का सहयोग बना रहेगा. शुभ सूचनाओं की प्राप्ति होगी. अनुकूलता बढ़त पर रहेगी. बड़े लक्ष्य साधेंगे. आर्थिक लाभ पर जोर रहेगा. कामकाज संवार पर रहेगा. साहस पराक्रम दिखाएंगे. पेशेवर मामले संवरेंगे. प्रबंधन बढ़ेगा. सभी से सामंजस्य रखेंगे. व्यवसायिक यात्रा संभव है. संसाधनों को बढाएंगे. धनु- सूझबूझ और सामंजस्यता बढ़ाएंगे. धैर्य से आगे बढ़ेंगे. करियर व्यापार में जल्दबाजी न दिखाएं. कामकाज में प्रभावशाली रहेंगे. कामकाज में सक्रियता बनाए रखेंगे. जवाबदेही बढ़ाएंगे. उम्मीदों पर खरे उतरेंगे. निजी सफलता बनेगी. लक्ष्य पर फोकस रखें. संकल्पशक्ति बढ़ेगी. सहज बने रहें. पूर्वाग्रह न रखें. आशंकाओं से मुक्त रहें. काम से काम रखें. अड़ियलता छोड़ें. कन्या- नेतृत्व संवार पर रहेगा. जीत का भाव बढ़ेगा. स्थायित्व के बल मिलेगा. भूमि भवन के मामले गति लेंगे. साझीदारी में सक्रियता आएगी. करियर व्यापार बेहतर होगा. विभिन्न प्रस्ताव पक्ष में बनेंगे. भरोसा बना रहेगा. सहयोगी उत्साह बढ़ाएंगे. ब़ड़ों की सुनेंगे. लंबित कार्यों में तेजी रखेंगे. व्यवस्था पर भरोसा रखेंगे. नियमों का सम्मान करेंगे. आय के स्त्रोत बढ़ेंगे. सिंह- आर्थिक गतिविधियों में स्पष्ट रहें. विनय विवेक बनाए रहेंगे. व्यवस्था पर भरोसा रखेंगे. करीबियों की सीख सलाह से आगे बढ़ेंगे. कामकाज में ढिलाई से बचें. लेनदेन में सतर्कता बरतें. परस्पर विश्वास बढ़ाएंगे. आकस्मिक सफलता संभव है. सामाजिक कार्यों को प्राथमिकता देंगे. जोखिम लेने से बचें. वरिष्ठों से भेंट होगी. यात्रा में सावधान रहें. ठगी से बचें. तुला- कौशल पर विश्वास रखेंगे. सेवाक्षेत्र से जुड़े लोग ज्यादा अच्छा करेंगे. लाभ प्रतिशत सामान्य बना रहेगा. करियर कारोबार गति बनाए रखेंगे. उधार के लेनदेन में सतर्कता बरतेंगे. कर्मठता निरंतरता अनुशासन बढ़ाएंगे. पेशेवर साथियों पर भरोसा बढ़ेगा. अप्रत्याशित परिणाम संभव हैं. विरोधियों के प्रति सावधान रहें. लक्ष्य पर फोकस बनाए रखें. बहस विवाद टालें. कर्क- कामकाज में अनुकूलता बढ़ेगी. आत्मविश्वास से भरे रहेंगे. निसंकोच आगे बढ़ेंगे. दीर्घकालिक योजनाएं संवरेंगी. लक्ष्य की ओर गति बढ़ाने का समय है. सबको साथ लेकर चलेंगे. लाभ वृदिध रहेगी. नेतृत्व और प्रबंधन क्षमता पर जोर देंगे. नीति नियम रखेंगे. आर्थिक अवसरों को भुनाएंगे. धनधान्य संवरेगा. वाद संवाद में आगे बढ़ेंगे. फोकस बढ़ाएंगे. पेशेवर यात्रा संभव है. मिथुन- पेशेवर व्यवहार से कार्य सधेंगे. प्रशासन व पैतृक पक्ष से लाभ होगा. सक्रियता और साहस का समन्वय बना रहेगा. सफलता की सीढ़ियां चढ़ेंगे. कामकाजी मामलों में उत्साह रखेंगे. संपर्क संवाद बढ़़ाएंगे. महत्वपूर्ण कार्यों में तेजी रखेंगे. जिम्मेदारियों को निभाएंगे. उद्योग व्यापार बेहतर रहेगा. विनम्र व्यवहार रखेंगे. लाभ संवरेंगे. योजनाएं फलेंगी. प्रलोभन में न आएं. वृष- कामकाजी संबंधों को समर्थन मिलेगा. इच्छित परिणाम बनेंगे. उपलब्धियों को प्राप्त करेंगे. प्रतिभा संवार पाएगी. प्रदर्शन से उचित जगह बनाएंगे. आर्थिक लाभ बढ़ेगा. पेशेवर प्रसन्न होंगे. व्यवसायिक कार्यों को गति देंगे. जल्दबाजी में प्रतिक्रिया देने से बचें. सहज सतर्कता रखें. नीति नियमों का पालन करेंगे. बड़प्पन बढ़ाएंगे. उत्साहित बने रहेंगे. समकक्ष सहयोगी होंगे. मेष- परिवार में सुख सौख्य रहेगा. संबंध मजबूत होंगे. प्रेम प्रस्तावों को समर्थन मिलेगा. विनम्रता विवेक बनाए रखेंगे. सभी को साधने में सफल होंगे. करीबी प्रसन्न रहेंगे. रिश्ते संवरेंगे. हर्ष आनंद बनाए रखेंगे. प्रिय से भेंट होगी. बड़ों को आदर देंगे.
Happy Independence Day 2022 Shayari Wishes: इस दिन जहां आजादी की लड़ाई में देश के लिए कुर्बानी देने वाले ...
75th Independence Day: आजादी का ऐतिहासिक दस्तावेज मानी जाने वाली डोमनिक लैपियर और लैरी कॉलिंस ...
जब 15 अगस्त की सुबह दहाड़ी थी 21 तोपें, इंडिया गेट पर जुटे 5 लाख लोग जब 15 अगस्त की सुबह दहाड़ी थी 21 तोपें, इंडिया गेट पर पहुंच गए थे 5 लाख लोग देशजब 15 अगस्त की सुबह दहाड़ी थी 21 तोपें, इंडिया गेट पर पहुंच गए थे 5 लाख लोग
75th Independence Day: आजादी के बारे में कई ऐसे रोचक तथ्य हैं, जिन्हें कम लोग ही जानते हैं.
उत्तर: लॉर्ड माउंटबेटन उत्तर: 1961 उत्तर: लॉर्ड माउंटबेटन
उन्होंने बताया कि मसूरी के प्रशासक शफी अहमद किदवई (जो नेहरू सरकार में मंत्री रहे) रफी ...
15 अगस्त 2022 का पंचांग: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, कृष्ण पक्ष चतुर्थी है. सूर्य कर्क राशि ...
Independence Day 2022: 15 अगस्त को देश अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. इस मौके पर सरकार ...
15 अगस्त 1947 को जब देश अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, उस दिन शुक्रवार था. देश भर के तमाम ज्योतिषों ने भी ग्रह नक्षत्रों के लिहाज से इस दिन को शुभ माना था. नार्थ कोरिया और साउथ कोरिया दोनो ही देश 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं. इस दिन दोनो देश जापान की गुलामी से मुक्त हुए थे. 1945 में अमेरिकी और सोवियत सेना ने मिलकर कोरिया पर जापान के कब्जे को खत्म किया था. इसके बाद 1948 में कोरिया में नार्थ कोरिया और साउथ कोरिया में विभाजित हो गया था. 15 अगस्त ही वह दिन है जब हमें अग्रेजों से आजादी मिली थी. माउंटबेटन भारत के अंतिम ब्रिटिश गवर्नर-जनरल थे. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई वर्षों और महीनों के संघर्ष, कठिनाई और अहिंसा अभियानों के बाद ब्रिटिश संसद ने आखिरकार लॉर्ड माउंटबेटन को 30 जून 1948 तक सत्ता ट्रांसफर करने का जनादेश दिया था. लेकिन माउंटबेटन ने तारीख को आगे बढ़ा दिया और 15 अगस्त 1947 को सत्ता ट्रांसफर की तिथि के रूप में निर्धारित किया.
लाल किले की प्राचीर में ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के ...
Independence Day 2022: देश आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. इस दौरान पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने अपनी पीड़ा भी जाहिर की. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे अंदर एक ऐसी विकृति आई है कि हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं. नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है. देश आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी का आखिरी व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का सपना था, मैंने अपने महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है. मैं पहला व्यक्ति था, जिसे लाल किले से देशवासियों के गौरवगान करने का मौका मिला था. जितना आपसे सीखा है, आपको जान पाया हूं. आपके सुख-दुख को जान पाया हूं. उसे लेकर मैंने पूरा कालखंड उन लोगों के लिए खपाया है. लाल किले की प्राचीर से PM मोदी ने बताई अपनी सबसे बड़ी पीड़ा, कहा- नारी का अपमान बंद हो आज 15 अगस्त 2022 को भारत की आजादी की 76वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. ध्वजारोहण के बाद लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है. मैंने महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है. मैं पहला व्यक्ति था, जिसे लाल किले से देशवासियों के गौरवगान करने का मौका मिला था. इस मौके पर पीएम मोदी ने अपनी पीड़ा भी जाहिर की. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे अंदर एक ऐसी विकृति आई है कि हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं. पढ़िए सोमवार सुबह की 5 बड़ी खबरें... पीएम मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान का कोई कोना, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैंकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो, जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहुति न दी हो. आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष (महामत्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भीम राव अंबेडकर, वीर सावरकर) को हर त्यागी और बलिदानी को नमन करने का अवसर है. आज 15 अगस्त 2022 को भारत की आजादी की वर्षगांठ मनाई जा रही है. ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है. समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है. विश्व का ये बदलाव, विश्व की सोच में ये परिवर्तन 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है. Independence Day: मैंने गांधी का सपना पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया, पढ़ें लाल किले की प्राचीर से PM मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
15 अगस्त 1947 में हुआ था देश आजाद। · 30 जून 1948 तक होना था सत्ता का ट्रांसफर। · माउंटबेटन ने कर ...
बात खत्म होते साल 1946 की है। देश आजाद होने वाला है, अंग्रेज भारत से रुखसत हो रहे हैं, ...
1952 में राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का कार्यकाल समाप्त हो रहा था। दूसरा राष्ट्रपति चुना जाना था। तब पं. व्यास ने डॉ. प्रसाद को पहले ही बता दिया था कि फिलहाल आपकी कुंडली संकेत कर रही है कि आप ही देश के राष्ट्रपति चुने जाएंगे। ये बात भी सही साबित हुई और डॉ. राजेंद्र प्रसाद फिर से राष्ट्रपति चुने गए। इस बारे में डॉ. प्रसाद ने पं. व्यास को पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया था कि आपने पहले ही बता दिया था। भारत की आजादी और पाकिस्तान के बनने के लिए जो दिन थे, उनमें से मोहम्मद अली जिन्ना ने आजादी के लिए 14 अगस्त 1947 का दिन चुना। वो मुहूर्त जैसी बातों को नहीं मानते थे। पं. व्यास ने जिन्ना को आगाह किया था कि 14 अगस्त का दिन ठीक नहीं है, उस दिन अस्थिर लग्न यानी मेष का लग्न है, साथ ही गुरु भी शत्रु स्थान पर है जो देश को हमेशा अस्थिर रखेगा, लेकिन जिन्ना नहीं माने। गौरतलब है कि जिन्ना की पत्नी रतनबाई पं. सूर्यनारायण व्यास को मानती थीं, लेकिन 1929 में ही उनका निधन हो चुका था। उज्जैन में 1902 में जन्मे पं. सूर्यनारायण व्यास 1921-1922 से ही आजादी की लड़ाई में सक्रिय हो गए थे। ज्योतिषी भी थे, तो इस पर लेख भी लिखा करते थे। 1930 में आज नाम की पत्रिका के एक लेख में उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि भारत अगस्त 1947 में आजाद हो जाएगा। वैसे तो स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने की परंपरा सुबह की है, लेकिन 15 अगस्त 1947 को रात 12 बजे पं. जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराया। हालांकि, इतिहास के पन्नों में ये दर्ज नहीं हो सका, लेकिन इसकी सलाह भी पं. व्यास ने ही दी थी। उन्होंने डॉ. राजेंद्र प्रसाद से कहा कि अगर हम आधी रात को आजादी का समय ले रहे हैं, तो इसी समय में ध्वजारोहण किया जाए। स्वतंत्रता के औपचारिक कार्यक्रम भले ही सुबह किए जाएं, लेकिन पहला ध्वजारोहण आधी रात में ही होगा। पं. नेहरू ने उनकी बात मानी और आधी रात में लाल किले पर ध्वजारोहण किया। डॉ. राजशेखर व्यास आगे बताते हैं कि पं. सूर्यनारायण व्यास की सलाह पर ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14-15 अगस्त की दरमियानी रात 12 बजे का समय भारत की आजादी के लिए तय किया। कारण था उस दिन भारत की कुंडली में स्थिर वृषभ राशि का लग्न होना, ये लग्न स्थिर माना जाता है। पं. व्यास का तर्क था, स्थिर लग्न में देश आजाद हुआ तो आजादी और लोकतंत्र दोनों स्थिर रहेंगे। पंडित व्यास ने आजाद भारत के लिए पंचांग से मुहूर्त देखे। पं. व्यास के बेटे और दूरदर्शन के पूर्व महानिदेशक डॉ. राजशेखर व्यास बताते हैं- मोहम्मद अली जिन्ना मुहूर्त जैसी बातें नहीं मानते थे, उन्होंने 14 अगस्त का दिन पाकिस्तान के लिए चुना। जबकि पं. व्यास ने उन्हें चेताया था कि 14 अगस्त के दिन ग्रह स्थितियां ठीक नहीं हैं। अगर 14 अगस्त को पाकिस्तान बना तो संभव है वो हमेशा अस्थिर रहेगा, क्योंकि उस दिन कुंडली में लग्न (कुंडली का पहला स्थान) भी अस्थिर वाला था, लेकिन जिन्ना नहीं माने।