The country is scheduled to host the FIFA tournament from October 11-30. This is the first time the All India Football Federation (AIFF) has been banned by FIFA ...
In a statement, the FIFA also said it wants the AIFF administration to “be fully in charge of the AIFF’s daily affairs”. FIFA is assessing the next steps with regard to the tournament and will refer the matter to the Bureau of the Council if and when necessary. The filing of nominations is to start from Wednesday till Friday. It has set up normalisation committees in various countries in cases similar to India. The Bureau of the FIFA Council decided that upon lifting of the suspension, the AIFF constitution will have to be revised in accordance with the requirements of the FIFA and the AFC and to be approved by the AIFF general assembly without interference from any third party. The Bureau of the FIFA Council said the lifting of the suspension will be subject to repealing of the Committee of Administrators’ (CoA) mandate in full.
ये सब ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) में चल रहे घमासान की वजह से हुआ है. फीफा द्वारा AIFF पर ...
फीफा ने भारतीय फुटबॉल एसोसिशन को सस्पेंड कर दिया है, इसका मतलब यह है कि जबतक यह सस्पेंशन है तबतक भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम, भारतीय महिला फुटबॉल टीम किसी भी इंटरनेशनल मैच में हिस्सा नहीं ले पाएगी. इसके अलावा भारत के जितने भी फुटबॉल क्लब हैं, जो अलग-अलग देशों में हो रही लीग के साथ खेलते हैं वहां पर भी कोई मैच नहीं खेल पाएंगे. या भारतीय फुटबॉलर जो किसी और लीग से खेलते हैं, वह भी कोई मैच नहीं खेल सकेंगे. ऐसा नहीं हुआ था इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने प्रफुल्ल पटेल को AIFF के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. क्योंकि उन्होंने दिसंबर 2020 में होने वाले चुनावों को अभी तक टाला हुआ था. इसी के बाद से ही CoA भारतीय फुटबॉल को संभाल रही थी, हालांकि फीफा को यहां पर भी आपत्ति है. क्योंकि फीफा का कहना है कि वह किसी भी तरह से फुटबॉल संस्था में किसी थर्ड पार्टी (सरकार या अन्य कमेटी) का दखल नहीं चाहते हैं. हालांकि वह भारत को लेकर इंतज़ार कर रहा था, लेकिन अब काफी देर हो चुकी थी. हालांकि, ऐसा नहीं हो पाया है. एक तरफ फीफा की ओर से AIFF पर दबाव बना हुआ है जबकि दूसरी ओर भारत की सुप्रीम कोर्ट में भी इससे जुड़ा एक मामला चल रहा है. जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने भी AIFF को जल्द से जल्द चुनाव करने का आदेश दिया था, सर्वोच्च अदालत ने साफ कहा था कि वह नहीं चाहते कि फुटबॉल वर्ल्डकप भारत से बाहर जाए. फीफा फुटबॉल खेल की दुनिया की सबसे बड़ी संस्था है, दुनियाभर में होने वाले इंटरनेशनल, डोमेस्टिक समेत अन्य सभी तरह के फुटबॉल मैच फीफा से ही जुड़े हैं. फीफा ने मंगलवार सुबह एक प्रेस रिलीज़ जारी की, जिसमें यह कहा कि फीफा कमेटी ने भारत की फुटबॉल एसोसिएशन को सस्पेंड कर दिया है, इसी के साथ भारत से अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्डकप की मेज़बानी छीन ली गई है. इस सस्पेंशन की वजह से भारत में इसी साल होने वाली अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्डकप की मेजबानी भी छिन गई है. (जबतक यह सस्पेंशन रहेगा, तबतक वर्ल्डकप भारत में नहीं हो सकेगा) साथ ही भारत की टीमें अभी किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में हिस्सा नहीं ले पाएंगी. ये सब ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) में चल रहे घमासान की वजह से हुआ है. फीफा द्वारा AIFF पर सस्पेंशन क्यों लगाया गया है, इसके मायने क्या हैं और भविष्य में क्या असर हो सकता है. सभी बातों को समझिए... क्रिकेट के लिए जुनून से भरे हिन्दुस्तान में मंगलवार (16 अगस्त) सुबह एक ऐसी खबर आई, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया और ये खबर फुटबॉल की दुनिया से थी. दुनिया में फुटबॉल की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित संस्था FIFA ने भारतीय फुटबॉल संस्था को सस्पेंड कर दिया है. यानी ये ऐसा है कि क्रिकेट में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा बीसीसीआई को सस्पेंड कर देना.
ATK Mohun Bagan can't play AFC Cup, Gokulam Kerala the women's Asian club meet and India friendlies cancelled | Football News.
The order had also said CoA would stay after the interim body is elected and till the constitution is finalised. Neither AIFF nor its members can avail of any FIFA benefit or training till the ban is lifted. The suspension letter also refers to an earlier correspondence by Samoura and Windsor John, the general secretary of the Asian Football Confederation (AFC), that had spoken of deviations from the roadmap agreed upon during a visit to New Delhi in June and the possibility of suspension. Samoura's letter, of which HT has a copy, refers to the Supreme Court's order on May 18 that led to a committee of administrators (CoA) taking charge of AIFF and the top court's decision to hold elections for office-bearers for three months while the constitution is finalised. The information, Samoura's letter says, were conveyed to the FIFA Council, the world body's main decision making body. This is the first time AIFF, formed in 1937, has been banned by FIFA.
In FIFA's 85-year history, this is the first time that India has been banned by them. The world football governing body stripped the country of the right to ...
The Supreme Court on August 3 Wednesday directed the All India Football Federation (AIFF) executive committee to expeditiously hold elections as per the schedule proposed by the Committee of Administrators (CoA), which is currently running the affairs of the national federation. "The suspension means that the FIFA U-17 Women's World Cup 2022, scheduled to take place in India on 11-30 October 2022, cannot currently be held in India as planned. FIFA is assessing the next steps with regard to the tournament and will refer the matter to the Bureau of the Council if and when necessary.
In her letter to AIFF, world body's secretary-general Fatma Samoura has said Indian teams will 'no longer entitled to take part in international ...
“AIFF representative and club teams are therefore no longer entitled to take part in international competitions until the suspension is lifted. - BJP MLC’s aide says Facebook account hacked, used to abuse BJP leaders Samoura, however, said there had been ‘serious deviations’ from the roadmap.
Fifa bans Indian football federation: भारतीय फुटबॉल महासंघ पर प्रतिबंध के साथ ही देश में 11 से 30 अक्टूबर ...
फुटबॉल के खेल को देखने वाली सबसे बड़ी संस्था फीफा (FIFA) ने भारतीय फुटबॉल संघ (ऑल इंडिया ...
प्रेस रिलीज में आगे कहा गया है कि इस सस्पेंशन का मतलब है कि फीफा अंडर 17 महिला विश्वकप 2022 की मेजबानी तय प्लान के हिसाब से भारत में नहीं खेली जायेगी, जिसका आयोजन 11-30 अक्टूबर के बीच होना है. फिलहाल फीफा टूर्नामेंट के आयोजन के लिये अगले और जरूर कदम उठा रहे हैं, जिसमें टूर्नामेंट को भारत से हटाकर कहीं और आयोजित करना है. फीफा की ओर से जारी किये गये आधिकारिक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि फीफा काउंसिल के ब्यूरो ने एकमत होकर भारतीय फुटबॉल संघ को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने का फैसला किया है जिसमें तीसरी पार्टी का दखल हो रहा है. फीफा की ओर से बनाये गये संविधान का यह उल्लंघन है और इसीलिये एआईएफएफ को सस्पेंड किया जा रहा है. FIFA bans Indian Football: फुटबॉल के खेल को देखने वाली सबसे बड़ी संस्था फीफा (FIFA) ने भारतीय फुटबॉल संघ (ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन) को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. फीफा ने यह फैसला संघ के कार्यों में तीसरी पार्टी के दखल का हवाला देते हुए लिया है. फीफा के इस फैसले का असर भारत की अंडर-17 महिला विश्वकप मेजबानी पर भी पड़ सकता है. अगर हालात में सुधार नहीं होता है जल्द से जल्द सस्पेंशन नहीं हटता तो भारत इस टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं कर पायेगा.
FIFA ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन को सस्पेंड कर दिया है। थर्ड पार्टी की हस्तक्षेप की वजह ...
फीफा (FIFA) ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (All India Football Federation) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर ...
फीफा बयान में कहा गया है कि निलंबन (suspension) का मतलब है कि भारत में 11-30 अक्टूबर 2022 को होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 का आयोजन भी नहीं हो सकेगा. हालांकि, फीफा ने कहा कि वह टूर्नामेंट के संबंध में अगले कदमों का आकलन कर रहा है और जरूरत पड़ने पर इस मामले को ब्यूरो में भेजा जाएगा. नई दिल्ली। फीफा (FIFA) ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (All India Football Federation) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. फीफा ने थर्ड पार्टी के अनुचित प्रभाव का हवाला देते हुए भारत के फुटबॉल फेडरेशन को सस्पेंड किया है. इतना ही नहीं फीफा ने अक्टूबर में भारत में होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 की मेजबानी भी छीन ली है. फीफा ने कहा कि वह भारत के खेल मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में है और उम्मीद है कि मामले का सकारात्मक परिणाम आ सकता है.
FIFA ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
FIFA Bans AIFF फीफा ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन पर बैन लगा दिया है। उसने यह बैन AIFF में तीसरे ...
FIFA suspends AIFF: फुटबॉल की शासकीय ईकाई फीफा ने कहा कि एआईएफएफ का निलंबन तभी हटेगा जब भारतीय ...
This is the first time the All India Football Federation (AIFF) has been banned by FIFA in its 85 year history.
"Both the former officials and the CoA should be blamed squarely for this fiasco. "Whatever has happened is extremely unfortunate and it is a setback for Indian football. "But at the same time time I feel it's a great opportunity for us to get our system right.
AIFF FIFA News: फीफा ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन को सस्पेंड कर दिया है. फीफा ने एआईएफएफ में ...
गौरतलब है कि हाल ही भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने सस्पेंशन को लेकर बयान दिया था. उन्होंने अपने साथी खिलाड़ियों से फीफा की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लेने की बात कही थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छेत्री ने खिलाड़ियों से सिर्फ अपने खेल पर ध्यान देने की बात कही थी. फीफा ने एआईएफएफ को अगस्त महीने की शुरुआत में ही थर्ड पार्टी के हस्तक्षेप को लेकर सस्पेंशन की चेतावनी दी थी. लेकिन अब उसने बयान में बताया कि सभी की सहमति के बाद सस्पेंशन का निर्णय लिया गया है. FIFA Suspends AIFF : भारतीय फुटबॉल खिलाड़ियों और फैन्स के लिए बुरी खबर है. इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन फुटबॉल (फीफा) ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है. फीफा ने बताया कि नियमों के उल्लंघन की वजह से यह फैसला किया गया. फीफा ने थर्ड पार्टी के दखल की वजह से यह निर्णय लिया है. अहम बात यह है कि 16 अगस्त से कोलकाता में डूरंड कप की शुरुआत होने वाली है. इसमें बैंगलोर एफसी की टीम जमशेदपुर एफसी से भिड़ने वाली है.
फीफा ने इंडियन फुटबॉल पर बैन लगा दिया है. प्रफुल्ल पटेल के विवादित कार्यकाल और फिर उतनी ...
गोकुलाम केरला फुटबॉल क्लब की महिला टीम इसी सोमवार, 15 अगस्त को AFC विमिंस क्लब चैंपियनशिप मैच के लिए उज़्बेकिस्तान के लिए निकली थी. मौजूदा हाल में ये टीम इस इवेंट में नहीं खेल पाएगी. इसके अलावा AFC इवेंट्स के लिए क्वॉलिफाई किए दूसरे भारतीय क्लब भी बैन हटने तक यहां नहीं खेल पाएंगे. सबसे पहली चीज तो ये रहेगी कि इस बैन के दौरान भारतीय क्लब जो भी मैच खेलेंगे, उन्हें AFC या FIFA द्वारा मान्यता नहीं मिलेगी. यानी ये क्लब चाहें तो आपस में खेल सकते हैं, लेकिन इन मैच की अहमियत लोकल मैच जितनी ही रहेगी, जिसे कोई भी वर्ल्ड बॉडी मान्यता नहीं देती. इसके अलावा, अब भारतीय क्लब बैन हटने तक किसी भी FIFA या AFC इवेंट में भाग नहीं ले पाएंगे. इंडिया में क्लब फुटबॉल का हाल पहले से बहुत अच्छा नहीं है. कई लोग इंडियन सुपर लीग (ISL) की चमक-धमक के पीछे असली हाल भूल जाते हैं. जाहिर है कि ISL के आने के बाद इंडियन फुटबॉल में ग्लैमर आया है. लेकिन इसके साथ तमाम सारी समस्याएं भी आई ही हैं. जिनके बारे में लगातार चर्चा होती रहती है. आज हम इनकी बात ना करके, मौजूदा हाल में इंडियन क्लब फुटबॉल की समस्याओं पर बात करेंगे. इस बैन की अवधि में इंडियन फुटबॉल टीम कोई भी मैच नहीं खेल पाएगी. जैसे ICC क्रिकेट के सारे मैच अप्रूव करती है, वैसे ही हर वो मैच, जिसमें दो देश शामिल हों, FIFA से अप्रूव होता है. ऐसे में बैन लगे देश किसी भी अन्य देश के साथ नहीं खेल पाएंगे. मतलब फुटबॉलर्स का भविष्य अंधेरे में. और ये बैन ना सिर्फ सीनियर टीम पर होगा, बल्कि एजग्रुप टीम्स यानी अंडर-17, अंडर-19, अंडर-23 सारी टीम्स पर यह बैन लागू होगा. एशियन फुटबॉलर्स की बात करें तो वह तीसरे नंबर पर हैं. उनसे आगे मलेशिया के मुख्तार दहारी और ईरान के अली दाइ हैं. 38 साल के हो चुके छेत्री का करियर कुछ ही सालों का बचा है. ऐसे में अगर ये बैन लंबा खिंच गया तो शायद उन्हें बिना किसी प्लान के संन्यास लेने पर मज़बूर होना पड़े. फ़ीफ़ा के संभावित बैन के बारे में उन्होंने हाल ही में कहा था कि जो चीज कंट्रोल में नहीं है उस पर बहुत ध्यान नहीं देना चाहिए. सबसे पहली चीज तो ये कि बैन लगने का अर्थ ही ऑलमोस्ट नुकसान होना होता है. किसी भी बैन से नुकसान तो होते ही हैं. इस बैन से भी होंगे. कई नुकसान तो अब तक आप लोगों को पता ही चल गए होंगे. इंडियन फुटबॉल फ़ैन्स फ़ीफ़ा का लेटर देखने के बाद से ही नुकसान गिना रहे हैं. अब चलिए इन्हें विस्तार से जानते हैं. इस फैसले ने दुनिया के महानतम फुटबॉलर्स में से एक, सुनील छेत्री के भविष्य पर भी सवालिया निशान लगा दिया है. अभी खेल रहे फुटबॉलर्स में छेत्री से ज्यादा गोल सिर्फ लियोनल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने किए हैं. छेत्री के नाम कुल 84 इंटरनेशनल गोल्स हैं. इंटरनेशनल फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल्स करने वाली ओवरऑल लिस्ट में वह संयुक्त रूप से पांचवें नंबर पर हैं. फीफा ने इंडियन फुटबॉल पर बैन लगा दिया है. प्रफुल्ल पटेल के विवादित कार्यकाल और फिर उतनी ही विवादित विदाई से शुरू हुआ ये ड्रामा अब फीफा के बैन पर आकर रुका है. फीफा ने इंडियन फुटबॉल पर बैन क्यों लगाया, ये हम आपको पहले ही बता चुके हैं. अब हम बात करेंगे इस बैन से होने वाले नुकसान की. इस बैन की अवधि में पड़ने वाले क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट्स, फ्रेंडली मैच इत्यादि भी भारत नहीं खेल पाएगा. बता दें कि भारत को अगले महीने सिंगापुर और वियतनाम के खिलाफ़ खेलना था. इस बैन के चलते अब टीम का AFC एशियन कप 2023 में खेलना भी मुश्किल हो गया है. भारत में इसी साल अंडर-17 विमिंस वर्ल्ड कप होना था. प्रफुल्ल पटेल की अगुवाई वाले AIFF ने इसके अधिकार हासिल किए थे. इसकी तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही थीं. ये वर्ल्ड कप 11 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक होना था. मेजबान शहर और स्टेडियम तैयारियों में लगे थे. लेकिन अब ये तैयारियां बेकार होती दिख रही हैं. अगर AIFF पर लगा बैन ना हटा, तो ये टूर्नामेंट किसी और देश को सौंप दिया जाएगा. और फिर हमारी फुटबॉल टीम इसमें खेल भी नहीं बन पाएगी. भले ही फ़ीफ़ा का बैन समय रहते हट जाए. क्योंकि हम इसमें बतौर मेज़बान खेल रहे थे. हमने इसके लिए किसी तरह का क्वॉलिफिकेशन नहीं खेला था. प्लेयर्स का दिल टूटने से लेकर छेत्री के भविष्य पर खतरे तक... AIFF पर FIFA के बैन की चोट यहां-यहां लगेगी!
Former India captain Baichung Bhutia said that FIFA's decision to ban the country was harsh but said that it is a great opportunity to get the system right ...
However, the former Indian captain said that it is a great opportunity to get the system right for the sport. "But at the same time, I feel it's a great opportunity for us to get our system right. The organization was then placed under a Committee Of Administrators (COA).
FIFA suspended the All India Football Federation (AIFF) due to 'undue influence from third parties' and it will be lifted once the Indian administration ...
"The suspension means that the FIFA U-17 Women’s World Cup 2022, scheduled to take place in India on 11-30 October 2022, cannot currently be held in India as planned. Apart from losing the hosting rights to U-17 Women’s World Cup, the national teams will not be able to play in international matches. On 15 August, once against FIFA informed the Indian sports ministry that it is in opposition to individual members’ inclusion in the electoral college for the upcoming AIFF elections. Despite SC's interference, FIFA did not ban India and instead sent a joint FIFA/Asian Football Confederation (AFC) mission to monitor the situation in Indian football. The CoA also had to frame AIFF's constitution in line with the National Sports Code and model guidelines. This is the first time that the AIFF has been suspended by FIFA in its 85 year history.
विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफा ने तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का ...
भारत को करारा झटका देते हुए विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफाने तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का हवाला देकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को निलंबित कर दिया और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए. भारत को 11 से 30 अक्टूबर के बीच फीफा प्रतियोगिता की मेजबानी करनी थी. यह पिछले 85 साल के इतिहास में पहला अवसर है जबकि फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगाया. फीफा ने कहा है कि निलंबन तुरंत प्रभाव से लागू होगा. इधर फीफा के इस कड़े फैसले के बाद कई फुटबॉलरों की प्रतिक्रिया आयी है. जिसमें पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया और AIFF के पूर्व महासचिव कुशाल दास भी शामिल हैं.ने तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का हवाला देकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को निलंबित कर दिया और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए. भारत को 11 से 30 अक्टूबर के बीच फीफा प्रतियोगिता की मेजबानी करनी थी. यह पिछले 85 साल के इतिहास में पहला अवसर है जबकि फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगाया. फीफा ने कहा है कि निलंबन तुरंत प्रभाव से लागू होगा. इधर फीफा के इस कड़े फैसले के बाद कई फुटबॉलरों की प्रतिक्रिया आयी है. जिसमें पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया और AIFF के पूर्व महासचिव कुशाल दास भी शामिल हैं. पूर्व भारतीय स्टार शब्बीर अली ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और भारतीय फुटबॉल के लिए करारा झटका बताया. उन्होंने कहा, जो कुछ भी हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और यह भारतीय फुटबॉल के लिए एक झटका है. मुझे उम्मीद है कि चुनाव होने के बाद निलंबन जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा. अंडर-17 महिला विश्वकप भारत में ही होना चाहिए और मुझे आशा है कि सभी चीजें अनुकूल होंगी और भारत में यह टूर्नामेंट खेला जाएगा. पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने भारतीय फुटबाल पर प्रतिबंध लगाने के फीफा के फैसले को बेहद कड़ा करार दिया. भूटिया ने कहा, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि फीफा ने भारतीय फुटबॉल को प्रतिबंधित कर दिया है और मुझे लगता है कि यह फैसला बेहद कड़ा है. उन्होंने कहा, लेकिन इसके साथ ही मुझे लगता है कि यह अपनी व्यवस्था को सुधारने का बेहतरीन मौका है। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि सभी हित धारक महासंघ, राज्य संघ साथ आएं और व्यवस्था को सुधारें तथा भारतीय फुटबॉल की बेहतरी के लिए काम करें. AIFF के पूर्व महासचिव कुशाल दास ने फीफा के फैसले पर कहा, मुझे काफी दुख हुआ, जब मैंने इसके बारे में सुना. मैं AIFF के लिए 12 साल तक काम किया. मैंने पूरी क्षमता के साथ फीफा की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया. जब मैं AIFF को छोड़ा तो उसके पास 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति थी. मुझे नहीं लगता कि बीसीसीआई को छोड़कर किसी अन्य संगठन के पास इतना होगा. उन्होंने कहा, वित्तीय अनियमितता के दावे सही नहीं हैं. उन्होंने कहा, फीफा के फैसले से भारतीय फुटबॉल पर बेहद खराब प्रभाव पड़ेगा.
Why has India been banned? · How is India affected by this ban? · What is the root cause of the ban? · Is India banned from playing in the U-17 Women's World Cup?
Due to this, African countries boycotted the competition and FIFA has banned South Africa But what came as a shocker to the football fraternity and definitely the fans is FIFA-Federation Internationale de Football Association's (FIFA) ban on India. Founded in 1904, FIFA is an international governing body of football, beach football and futsal. Therefore, Russian football players were banned from participating in Qatar FIFA World Cup 2022. This led to Chile being banned The actual complications started when the AIFF failed to hold elections to appoint a new president within the given timeframe. - India won't host FIFA U-17 Women’s World Cup 2022.
India is not the only football federation that has been banned by FIFA for third-party intervention. Here's a list of other national federations who faced ...
It was lifted a year later. Ban Status: Lifted in May 2011 But the government’s failure to comply with the same saw the country get the ban. FIFA banned the Pakistan Football Federation (PFF) on two occasions. Ban Status: Lifted in May 2016 Ban Status: Lifted in June 2016
साल 2009 में अध्यक्ष चुने गए प्रफुल्ल पटेल का 2020 में कार्यकाल खत्म हो गया था लेकिन ...
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने कहा, "ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि FIFA ने भारतीय फुटबॉल को बैन कर दिया है. और मुझे लगता है कि ये बहुत ही कठिन फैसला है. लेकिन साथ ही हमारे पास एक शानदार मौका है कि हम अपने सिस्टम को ठीक कर लें. स्टेकहॉल्डर्स, खेल मंत्रालय और एसोसिएशन एक साथ आएं और सिस्टम को ठीक कर लें. और सभी मिलकर भारतीय फुटबॉल के बेहतरी के लिए काम करें. इससे पहले रविवार को ही भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने खिलाड़ियों से बात करते हुए कहा था कि वो FIFA की धमकियों पर ध्यान न दें और मैदान पर अपना ध्यान लगाएं. उन्होंने कहा था कि ये आपके नियत्रंण से बाहर की बात है. जो भी अधिकारी इसमें शामिल हैं, वह इस पूरे मामले को अच्छे से सुलझाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं. FIFA ने प्रेस रिलीज में कहा, FIFA काउंसिल ने ऑल इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने का फैसला लिया है. क्योंकि इसमें थर्ड पार्टी का प्रभाव है, जो फीफा के नियमों का उल्लंघन है. ये सस्पेंशन तभी वापस लिया जाएगा, जब एडमिनिस्ट्रेटर्स सही हाथ में होगा और बोर्ड के संविधान सही तरह से लागू होंगे. बुधवार को AIFF के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है. साथ ही बुधवार को ही इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. भारतीय फुटबॉल में जो पिछले दो सालों से विवाद चल रहा है, उसकी सबसे बड़ी वजह प्रफुल्ल पटेल हैं. साल 2009 में प्रफु्ल्ल पटेल पहली बार इंडियन फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष बने. वो लगातार इस पद पर बने रहे और 2020 में उनका कार्यकाल खत्म हो गया. कार्यकाल खत्म हो जाने के बाद चुनाव के जरिए नए अध्यक्ष का चुनाव होता है लेकिन पटेल को कुर्सी से इतना लगाव हो गया कि उन्होंने पद से इस्तिफा दिया ही नहीं. जिसके बाद कोर्ट में इसकी शिकायत की गई. कोर्ट ने मई 2022 में प्रफुल्ल पटेल को पद से हटा दिया. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि फीफा के सदस्य संघों को कानूनी और राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त होना होता है. मतलब किसी भी सदस्य संघ पर किसी तरह की राजनीतिक या कानूनी हस्तक्षेप नहीं होनी चाहिए. फीफा परिषद के ब्यूरो ने निर्णय लिया है कि सस्पेंशन से मुक्त होने के लिए AIFF को FIFA के शर्तों को मानना होगा, जिसमें COA के आदेशों को करना होगा निरस्त. मतलब FIFA नहीं चाहता कि थर्ड पार्टी किसी भी फुटबॉल संघ को चलाए या उसे निर्देश दे. डीएनए हिंदी: मंगलवार सुबह भारतीय फुटबॉल फैंस को बड़ा झटका लगा, जब पता चला कि ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन को फीफा ने तीसरे पक्ष के अनुचित हस्तक्षेप की वजह से सस्पेंड कर दिया है. इस सस्पेंशन के बाद अब भारत 11 अक्टूबर से शुरू होने वाले वूमेंस अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी नहीं कर सकेगा. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मई में AIFF को भंग कर दिया था और खेल को संचालित करने के लिए तीन सदस्यीय समिति नियुक्त की थी.
The International Federation of Association Football (FIFA) had suspended the All India Football Federation (AIFF) on August 16 with immediate effect citing ...
August 16, 2022 August 10, 2022 August 7, 2022 August 6, 2022 FIFA is however alright with the executive committee having 25 percent former players as Co-opted members. August 3, 2022
The International Football Association (FIFA) slapped a ban with “immediate effect” on AIFF, the apex football body of the country, citing “third-party ...
Out of the six eminent players, four will be men and two women. However, we are hopeful that all problems will be solved to restore normalcy at the earliest.” Justice Dave added, “..when the Hon’ble Supreme Court passed an order to set things right so as to see that a democratically elected body takes charge, and when the CoA and the Sports Ministry were doing their best for the implementation of the Order of the Hon’ble Supreme Court, the order of the suspension was passed by FIFA.”
From a ban on hosting international matches to competing in them as well as signing foreign players for club competitions, Indian football stares at an ...
FIFA is in constant constructive contact with the Ministry of Youth Affairs and Sports in India and is hopeful that a positive outcome to the case may still be achieved,” the statement said. The saga began after the AIFF failed to hold elections to appoint a new president within the set timeframe, owing to a logjam in finalising its constitution. The impact of this suspension could be drastic.
Football's world governing body FIFA has suspended the All India Football Federation (AIFF) over what it terms “undue influence from third parties” (read ...
FIFA viewed this as a “flagrant violation” of its rules on the autonomy of a member association. The suspension will be lifted once an order to set up a Committee of Administrators to assume the powers of the AIFF Executive Committee has been repealed and the AIFF administration regains full control of the AIFF’s daily affairs. Also, FIFA was upset that the AIFF had been ordered to hold the elections before its constitution was finalised — this meant that the CoA would continue to play a role for three months before the constitution was finalised. In a statement, FIFA said it wanted the AIFF administration to “be fully in charge of the AIFF’s daily affairs”. The court appointed a three-member Committee of Administrators (CoA) to run the affairs of AIFF. Early this month, the Supreme Court directed the AIFF’s executive committee to hold the elections as per the schedule proposed by the CoA, and August 28 was finalised as the election date.
The FIFA U-17 Women's World Cup 2022, scheduled in India in October and the tickets for which had gone on sale, is under threat — as are most other aspects ...
It will essentially pit the judgment of the SC against the will of FIFA. Second, the AIFF administration would need to be completely in charge of its day-to-day running once again. It was made to believe this by the COA itself. In its statement, FIFA said that it was in touch with the Ministry of Youth Affairs and Sports in India. Third-party interference refers to a situation in which a member association of FIFA fails to remain independent, is co-opted, and no longer has control over its organisation. The setting up of this COA is where the contentious relationship with FIFA began, which eventually led to the ban.
फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
कोर्ट ने कहा कि एआईएफएफ की कार्यकारी समिति के लिए निर्वाचक मंडल में 36 राज्य संघों के प्रतिनिधि और 36 प्रख्यात फुटबॉल खिलाड़ी शामिल होंगे. 18 जुलाई- एआईएफएफ की राज्य इकाइयों ने सीओए द्वारा तैयार अंतिम ड्राफ्ट संविधान में कई प्रावधानों पर नाराजगी व्यक्त की, लेकिन कहा कि वे बीच का रास्ता खोजने को तैयार हैं. 18 मई- सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने एआईएफएफ प्रमुख प्रफुल्ल पटेल और उनकी कार्यकारी समिति को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया. 23 जून- फीफा-एएफसी दल ने व्यवस्था में सुधार के लिए समय सीमा तय की. आइए जानते हैं किस तरह पूरा मामला बढ़ता गया जिसके चलते फीफा ने आखिरकार एआईएफएफ को बैन करने का फैसला किया. फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) पर बैन लगा दिया है.
FIFA bans AIFF: वैसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पर 28 अगस्त को चुनाव होंगे। शुरुआती 67 सदस्यीय ...
The AIFF case has been listed as the first item on the Court's board on August 17.
Additional Solicitor General Balbir Singh, for the Ministry, had on August 11 informed the court that a meeting was held the previous day with the FIFA officials. According to this schedule, the results of the election would be declared on August 28 or 29. and should it come to it we will assert our authority without any exception,” Justice Chandrachud had addressed the lawyers for AIFF, States associations, the Ministry and other parties in the case. Singh had then said a further meeting was scheduled among FIFA, the CoA and the Ministry. - SC: Government of India is in active discussions with FIFA and stakeholders in order to hold the women’s U-17 World Cup in India. The judge assured that it would be taken up and heard. CoA also played a key role and there is some breaking of the ice which has taken place... Our discussion is going on and this matter can be heard on Monday.” The All India Football Federation has been suspended by FIFA “due to undue influence by third parties”. They should step down from the FIFA body.” “The case has been adjourned to August 22. - SC: Matter to be listed on Monday on Mehta’s request.