The petitioner, while seeking statutory backing to the Uniform Code of Pharmaceutical Marketing Practices (UCPMP), said that corruption in pharma marketing ...
It stated that the right to health is a part of the right to life, and pharma [companies](/companies) should adhere to ethical marketing practices. The petitioner further said that corruption in pharma marketing practices is unregulated in India. The plea added that such drugs threaten the patient's life and health. This is a serious issue and matter," he said, as quoted by B&B. [Public interest](/topic/public-interest) litigation (PIL) was filed in the court through advocate Aparna Bhat that sought statutory backing from the Uniform Code of [Pharmaceutical](/topic/pharmaceutical) Marketing Practices (UCPMP). [doctors](/topic/doctors) for prescribing the medicine.
मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की संस्था ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, 'Dolo 650 में पेरासिटामोल की ...
हालांकि, बेंच ने यह भी कहा कि सरकार या संसद (Parliament) को कोई कानून बनाने का आदेश नहीं दिया जा सकता है. मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की संस्था फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में दावा किया है कि डोलो 650 (Dolo 650) में पेरासिटामोल का डोज मरीज की जरूरत से ज्यादा रखा गया है. सामान्य रूप से मरीजों की जरूरत भी इतनी मात्रा में ही पेरासिटामोल लेने की होती है.
டோலோ-650 மாத்திரை தயாரிப்பாளர்கள் 1,000 கோடி ரூபாய் மதிப்பிலான இலவசங்களை இந்த மருந்தைப் ...
வர்த்தக துறை டூ நிதி துறை..!](https://tamil.goodreturns.in/news/happy-birthday-finance-minister-lesser-known-facts-about-nirmala-sitharaman-030581.html?ref_medium=Desktop&ref_source=GR-TA&ref_campaign=Deep-Links) மைக்ரோ லேப்ஸ் லிமிடெட் அலுவலகத்தில் வருமான வரித்துறை நடத்திய இந்தச் சோதனையில் முக்கிய ஆவணங்களை அதிகாரிகள் சேகரித்தனர். மதுரை டூ லண்டன்.. மைக்ரோ லேப்ஸ் லிமிடெட் கடந்த மாதம், பெங்களூர் ரேஸ் கோர்ஸ் சாலையில் டோலோ-650 தயாரிப்பு நிறுவனமான மைக்ரோ லேப்ஸ் லிமிடெட் அலுவலகத்தில் வருமான வரித்துறையைச் சேர்ந்த 20க்கும் மேற்பட்ட அதிகாரிகள் கொண்ட குழு சோதனை நடத்தியது. மைக்ரோ லேப்ஸ் தலைமை நிர்வாக அதிகாரி திலீப் சுரானா, இயக்குனர் ஆனந்த் சுரானா ஆகியோரின் வீடுகளிலும் சோதனை நடத்தப்பட்டது.
The Central Board for Direct Taxes (CBDT) has accused makers of the Dolo-650 tablet of distributing freebies worth Rs 1,000 crore to doctors as consideration for prescribing the tablet, said senior advocate Sanjay Parikh, appearing for the Federation of ...
[Supreme Court](/topic/supreme-court)today raised concerns over alleged unethical marketing practices by pharmaceutical companies that leads to prescription of high-cost or over-priced brands by healthcare professionals. [Business News](/news), [Breaking News](/breakingnewslist.cms)Events and [Latest News](/news/latest-news)Updates on [The Economic Times](/).) [Bain Capital and Advent Plan to Exit Quest Global](/epaper/delhicapital/2022/aug/23/et-front/bain-capital-and-advent-plan-to-exit-quest-global/articleshow/93717826.cms) This is a serious issue and matter," Justice Chandrachud said. There are abundant examples that show how corruption in the pharmaceutical sector endangers positive health outcomes and puts patients' health at risk, the petition has said. The PIL has claimed that there are abundant examples that show how corruption in the pharmaceutical sector endangers positive health outcomes and puts patients' health at risk.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, 'जो आप कह रहे हैं, ...
सुनवाई के बाद आजतक से बातचीत में पारिख ने कहा कि दवा कंपनियों द्वारा डॉक्टरों को उपहार दिए जाने के बदले में अनावश्यक दवाएं लिखवाई जाती हैं. पारिख ने कहा कि 500Mg के लिए दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण द्वारा रेट तय किए जाते हैं. वरिष्ठ वकील ने यह भी कहा कि डोलो मामले को एक उदाहरण के रूप में कोर्ट में रखा गया है. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एएस बोपन्ना की डबल बेंच ने पारिख की दलीलें सुनने के बाद कहा कि ये एक गंभीर मुद्दा है. सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका में दावा किया गया है कि फार्मा कंपनी ने बुखार की दवा डोलो 650mg मरीजों को सुझाने के लिए देशभर में डॉक्टरों को 1000 करोड़ रुपये के मुफ्त उपहार बांटे हैं. उन्होंने बताया कि डोलो-650 के निर्माताओं ने 650mg फॉर्मूलेशन के लिए डॉक्टर्स पर 1000 करोड़ से ज्यादा खर्च किए हैं.
జ్వరం వచ్చిందా? డోలో వేస్కో. కాస్త తలనొప్పిగా ఉందా? డోలో దాలో. ఒకప్పుడు పారాసిటమాల్ ...
డోలో 650 అనేది జ్వరానికే కాదు.. వీటిలో డోలో 650 సేల్సే ఎక్కువ. డోలో దాలో. డోలో వేస్కో. అదే డోలో 650(DOLO 650). మార్కెట్లో డోలో 650 దూకుడు ఆ రేంజ్లో ఉంది. ఇక డోలో 650ని ప్రిస్క్రైబ్ చేయడానికి డాక్టర్లకు విలువైన వస్తువులను గొఫ్టుల కింద ఇచ్చినట్లు తేలింది. ఇప్పుడంతా డోలో రాజ్. మెడికల్ రెప్లకు కూడా గిఫ్టులు, విదేశీ ట్రిప్పులు ఉంటాయని విచారణలో తేలింది. ఎలాంటి సింటమ్స్ కనిపించినా డోలో 650.. విలువైన గిఫ్టులను డాక్టర్లకు ఇచ్చింది మైక్రోలాబ్స్. ఫెడరేషన్ ఆఫ్ మెడికల్ అండ్ సేల్స్ రిప్రజెంటేటివ్స్ అసోసియేషన్ ఆఫ్ ఇండియా చేసిన విజ్ఞప్తిని యూనిఫాం కోడ్ ఆఫ్ ఫార్మాస్యూటికల్ మార్కెటింగ్ ప్రాక్టీసెస్ (UCPMP)కి చట్టబద్ధమైన మద్దతు ఇవ్వాలని కోరింది.
A PIL filed by the Federation of Medical and Sales Representatives Association of India, stated that DOLO had invested 1000 crores in freebies to have its ...
"For 500 mg paracetamol, pricing is prescribed by the drug pricing authority. The menace is increasing day by day." Speaking to India Today, after the hearing, Sanjay Parikh said, "Unnecessary pharmaceuticals are prescribed by doctors in return for freebies given by pharma companies. The federation has moved a PIL seeking directions to make pharmaceutical companies liable for giving freebies to doctors as an incentive to prescribe their drugs. The bench of Justices DY Chandrachud and AS Bopanna, after hearing submissions by Sanjay Parikh, observed that it was a serious issue. Justice DY Chandrachud, who was heading the bench also comprising Justice AS Bopanna, said, "What you are saying is not music to my ears.
Dolo-650 | ప్రముఖ పెరసిటమాల్ టాబ్లెట్ `డోలో-650` తయారీ దారులు.. దాని ప్రమోషన్ కోసం ...
అధిక లాభాలు గడించేందుకు వీలుగా రోగులకు డోలో-650 ప్రిస్క్రైబ్ చేయడానికి డాక్టర్లకు ఉచిత బహుమతులు ఇచ్చారని ఆరోపించారు. కానీ 500 ఎంజీ కంటే ఎక్కువ మోతాదు కల డోలో-650 యజమానులే దాని ధరను ఖరారు చేశారని సంజయ్ పరీఖ్ పేర్కొన్నారు. దాని ప్రమోషన్ కోసం వైద్యులకు రూ.1000 కోట్ల విలువైన ఉచిత బహుమతులు ఇచ్చారని ఆరోపణలు వెల్లువెత్తుతున్నాయి.
डोलो 650 दावा की ब्रिकी बढ़ाने के लिए डॉक्टरों पर 1000 करोड़ रुपये खर्च करने को लेकर दायर ...
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एएस बोपन्ना की सुप्रीम कोर्ट की बेंच को बताया गया कि लोकप्रिय बुखार की दवा डोलो-650 टैबलेट के निर्माताओं ने रोगियों को इसकी दवा निर्धारित करने के लिए मुफ्त में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था. फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोसिएशन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता संजय पारिख ने कहा कि सेंट्रल बोर्ड फॉर डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने डोलो-650 टैबलेट के निर्माताओं पर डॉक्टरों को 1,000 करोड़ रुपये के मुफ्त उपहार बांटने का आरोप लगाया है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि फार्मास्युटिकल कंपनियों पर द्वारा कथित तौर पर डोलो 650 दवा की बिक्री बढ़ाने के लिए डॉक्टरों पर 1000 करोड़ रुपये खर्च कर दिये गये.
Dolo- 650: कोविड महामारी के बीच लोकप्रिय हुई Dolo 650 की बिक्री बढ़ाने के लिए कंपनी की ओर से ...
फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि इस तरह के मामलों में रिश्वत के लिए डॉक्टरों पर तो केस चलता है, पर दवा कंपनियां बच जाती है. सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने ये दावा किया है. याचिकाकर्ता फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन की ओर से वकील सजंय पारिख ने यह जानकारी कोर्ट को दी.संजय पारिख ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT ) की रिपोर्ट का हवाला दिया.