Durga Ashtami Pushpanjali Time, Shubh Muhurat, Mantra, Wishes:- नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा बेहद ...
इस दिन पूजा और हवन के बाद कन्या पूजन किया जाता है, जिसमें 9 कन्याओं को देवी स्वरूप माना ...
हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने की अष्टमी तिथि को दुर्गा अष्टमी के रुप में मनाया जाता है. कन्या पूजन करने से मां दुर्गा का आशीष मिलता है क्योंकि ये कन्याएं मां दुर्गा का स्वरूप मानी जाती हैं. इस पूजन में नौ साल की कन्याओं की पूजा करने का विधान है. नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी के आठवें स्वरूप मां महागौरी का पूजन किया जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां पार्वती ने शंकर जी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए अपने पूर्व जन्म में कठोर तपस्या की थी तथा शिव जी को पति स्वरूप प्राप्त किया था। शिव जी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए मां ने जब कठोर तपस्या की थी तब मां गौरी का शरीर धूल मिट्टी से ढंककर मलिन यानि काला हो गया था. इस दिन देवी को लाल चुनरी में सिक्का और बताशे रखकर जरूर चढ़ाएं इससे मां महागौरी प्रसन्न होती हैं. महा अष्टमी पर घी का दीपक लगाकर देवी महागौरी का आव्हान करें और मां को रोली, मौली, अक्षत, मोगरा पुष्प अर्पित करें. मां महागौरी की पूजा के लिए चौकी यानी बाजोट पर देवी महागौरी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें. मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि की अष्टमी या नवमी तिथि पर व्रत का उद्यापन कर देते हैं. मां महागौरी को नारियल का भोग अति प्रिय है. नवरात्र पर्व पर दुर्गाष्टमी या महाष्टमी के दिन कन्याओं की पूजा की जाती है. देवी का प्रिय फूल मोगरा माना जाता है.
happy durga ashtami 2022 wishes live updates: शारदीय नवरात्रि की अष्टमी कल यानी 3 अक्टूबर 2022 को है.
रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए नाचेंगे हम सब जगराते में, Happy Durga Ashtami 2022 Wishes LIVE Updates: हिंदू पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि आज 3 अक्टूबर 2022 को है.
Maha ashtami 2022: मान्यता है कि महागौरी की पूजा करने से पापों का नाश होता है. कहा जाता है कि ...
मान्यता है कि महागौरी की पूजा करने से पापों का नाश होता है. इस दिन महागौरी मां की उपासना की जाती है. अष्टमी पर देवी दुर्गा के आठवें स्वरुप यानी मां महागौरी की पूजा की जाती है.
Happy Maha Ashtami 2022 Wishes: महा अष्टमी 3 अक्टूबर 2022 को है. इस पावन दिन पर अपने रिश्तेदारों, ...
यह वेबसाइट कुकीज़ या इसी तरह की तकनीकों का इस्तेमाल करती है, ताकि आपके ब्राउजिंग अनुभव को बेहतर बनाया जा सके और व्यक्तिगतर तौर पर इसकी सिफारिश करती है. दुर्गा अष्टमी 2022 की शुभकामनाएं मान्यता है कि इन दो दिनों में कन्या पूजन, अनुष्ठान, मंत्र जाप, और शक्ति की साधना करने से मां बेहद प्रसन्न होती है.
Navratri 2022 Maha Ashtami: नवरात्रि में अष्टमी तिथि को माता महागौरी की उपासना की जाती है.
अष्टमी तिथि को माता महागौरी की उपासना की जाती है. इसलिए नवरात्रि में कुंवारी कन्याओं को पूजने और भोजन कराने की परंपरा भी है. नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर उपासना से मनचाहे विवाह का वरदान मिलता है.
नौ दिन तक चलने वाला ये महापर्व अब समाप्ति की तरफ है. नवरात्र के 9 दिनों में सबसे ज्यादा ...
इस दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा का विधान है. इस दिन सुबह के समय देवी की पूजा के बाद कन्या पूजन किया जाता है. इनके साथ काल भैरव के रूप में एक छोटे से बालक को भी बैठाया जाता है. मंत्रों का जाप करें और अंत में मां महागौरी की आरती करें. इन्हें धन ऐश्वर्य, शारीरिक मानसिक और सांसारिक ताप का हरण करने वाली देवी माना गया है. ये नवरात्र का आठवां दिन होता है.
Maha Ashtami 2022: Maha Ashtami is being celebrated On October 3, Monday. This year, it falls on a very auspicious tithi full of shubh muhurats.
According to Drik Panchang, the Navami Tithi will begin at 04:37 pm on October 3, Monday, and last till 02:20 pm on October 4, Tuesday. However, according to Drik Panchang, the tithi for Maha Ashtami began at 06:47 pm on Sunday, October 2 and will end at 04:37 pm on October 03, Monday. The Kumari Puja is an age-old tradition and is considered one of the most important rituals of Maha Ashtami. This year, Maha Ashtami falls on an extremely auspicious day full of shubh muhurats and important yogas, perfect for doing important tasks. Maha Ashtami, also known as Ashtami or Durga Ashtami, is one of the most important days of Navratri and Durga Puja. Maha Ashtami 2022: Maha Ashtami is being celebrated On October 3, Monday.
अष्टमी तिथि पर महागौरी की विधि विधान से पूजा करने वाले व्यक्ति को माता अपना आशीर्वाद ...
Maha Ashtami 2022: नवरात्रि के त्योहार के दौरान कन्या पूजन का भी विशेष महत्व है.
इस अनुष्ठान के दौरान, देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए 2 से 10 वर्ष की आयु की लड़कियों की पूजा की जाती है. शुभ मुहूर्त सुबह 10:41 से 12:10 बजे के बीच है. शुभ मुहूर्त सुबह 9:12 से 10:41 बजे के बीच आता है. अनुष्ठान के दौरान कन्याओं या युवा लड़कियों के पैरों को पानी और दूध से साफ किया जाता है, और उनके माथे पर घी, कुमकुम और अक्षत का टिक्का लगाया जाता है. आइए जानते हैं महाअष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन (Kanya Pujan 2022) का शुभ मुहूर्त क्या है. नवरात्रि के अष्टमी और नवमी पर कन्या पूजन (Kanya Pujan) भी किया जाता है.