Ahoi Ashtami 2022 सोमवार सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर की लाखों महिलाओं ने अहोई अष्टमी का व्रत रखा ...
Ahoi Ashtami 2022 Arghya: अहोई अष्टमी का व्रत आज शाम को तारे और चंद्रमा को अर्घ्य देने का बाद ...
जय अहोई माता...॥ इस दिन चंद्रोदय बहुत देर से होता है. करवा चौथ की तरह यह व्रत भी बहुत कठिन होता है. शाम को आकाश में तारों को देखने के बाद व्रत खोला जाता है. संतान को कष्टों से बचाने के लिए मां पार्वती की आराधना सर्वोपरि मानी जाती है. Ahoi Ashtami 2022 Arghya: अहोई अष्टमी का व्रत आज शाम को तारे और चंद्रमा को अर्घ्य देने का बाद पूर्ण होगा.
It is celebrated 4 days after Karwa Chauth and 8 days before Diwali. Who is Goddess Ahoi? Goddess Ahoi Bhagawati is an incarnation of Goddess Parvati. Goddess ...
Similarly, there are numerous stotras, texts, and Scriptures like the Maha Shiv Puraan, Ramayana, and several others that recite the incomparable love of a mother for her children. According to the Scriptures, the rulers of heaven were collectively called Adityas after their mother Aditi. It is also believed that a childless couple should take a holy dip in the ‘Radha Kunda’ at Mathura, and keep Ahoi Ashtami fast. The Indian Scriptures have always given a special significance to mothers. The day is observed on an Ashtami (8th day) of Krishna Paksha in the pious month of Kartik. Mostly celebrated in north India, this year, Ahoi Ashtami is being celebrated today, October 17.
Ahoi Ashtami: मथुरा के राधाकुंड में उमड़ा आस्था का सैलाब, आधी रात से शु ...
Food To Eat In Ahoi Ashtami: भारत में हर त्योहार रखने के पीछे कोई न कोई कारण होता है.
इस शुभ दिन मां सुबह से लेकर शाम तक मां अपने बच्चे की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपवास रखती है. आइए जानते हैं कि इस व्रत को क्या खाकर खोलना सेहत और धर्म दोनों के हिसाब से सही है. अहोई अष्टमी का व्रत मां अपने बच्चे की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखती है.
Ganne ke Juice Ke Fayde: कार्तिक महीने में के कृष्ण पक्ष की पंचमी के दिन अहोई अष्टमी का व्रत रखा ...
गन्ने के रस में मौजूद पोषक तत्व कैंसर से बचाव करने में मदद करते हैं. गन्ने का रस हार्ट के लिए भी फायदेमंद है. नेचुरल शुगर होने की वजह से गन्ने का रस डायबिटीज वालों को भी फायदा पहुंचाता है. माता के भोग में गन्ने के रस का भोग लगाया जाता है और फिर बाद में प्रसाद के रूप में गन्ने के रस का सेवन किया जाता है. गन्ने का रस पोटेशियम से भरपूर होता है, जो पाचनतंत्र को फायदा पहुंचाता है. गन्ने के रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी इम्यूनिटी बूस्टर का काम करते हैं.