Ahoi Ashtami 2022 सोमवार सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर की लाखों महिलाओं ने अहोई अष्टमी का व्रत रखा ...
कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) कहा जाता है.
तभी साहूकार की बहू बोली कि इस बच्चे को मैंने घायल नहीं किया बल्कि मैंने सांप से इसकी रक्षा की है. थोड़ी देर बाद वहां गरुड़ पंखनी आई और उसने वहां खून के निशान देखकर साहूकार की बहू को चोंच मार दी. Ahoi Ashtami Pooja vidhdi: कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) कहा जाता है. चांद को अर्घ्य देने से पहले शाम के समय अहोई अष्टमी की व्रत कथा (Ahoi Ashtami vrat katha) सुनने का विशेष महत्व होता है. अहोई अष्टमी का व्रत (Ahoi Ashtami 2022) अपने बेहद खास है. यहां हम आपको बताएंगे अहोई अष्टमी व्रत की कथा के बारे में.