Guru Gobind Singh Jayanti 2022 गुरु गोविंद सिंह जी को बचपन में गोबिंद राय नाम से पुकारा जाता था।
पिता के बलिदान के बाद गुरु गोबिंद सिंह जी ने 09 वर्ष की अल्प आयु में गुरु गद्दी संभाली. Guru ...
गुरु गोबिंद सिंह जी लोगों को अपने आत्मसम्मान की रक्षा साहस के साथ करने को कहते थे. गुरु गोबिंद सिंह जी बाल्यकाल से ही वीर, साहसी और कुशल योद्धा थे. गुरु गोबिंद सिंह जी के पिता का नाम गुरु तेग बहादुर और माता का नाम गुजरी था. पिता तेग बहादुर जी के बलिदान के बाद गुरु गोबिंद सिंह जी ने 09 वर्ष की अल्प आयु में गुरु गद्दी को संभाली. गुरु गोबिंद सिंह जी ने अक्टूबर 1708 में अपने शरीर को छोड़ दिया. सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी 22 दिसंबर, 1666 को पटना साहिब में जन्मे थे.
नानकशाही कैलेंडर के अनुसार हर साल पौष महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गुरु गोबिंद ...
साल 1699 की सभा में गुरु गोबिंद सिंह ने 'खालसा वाणी' की स्थापना की - "वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह". बता दें कि गुरु गोबिंद सिंह ने 07 अक्टूबर 1708 को अपना शरीर छोड़ दिया था. एक और अहम बात आपको बता दें कि गुरु गोबिंद सिंह ने संयुक्त सेना को मात दी. 5 बार ऐसा करने के बाद, आखिर में गुरु 5 स्वयंसेवकों के साथ तम्बू से निकले और तम्बू में 5 सिर कटी बकरियां मिलीं. सितंबर 1688 में गुरु गोबिंद सिंह ने भीम चंद, गढ़वाल के राजा फतेह खान और शिवालिक पहाड़ियों के अन्य स्थानीय राजाओं की एक संयुक्त सेना के खिलाफ भंगानी की लड़ाई लड़ी थी. गुरु गोबिंद सिंह दक्षिण सिरमुर, हिमाचल प्रदेश में यमुना नदी के किनारे एक शहर पांवटा गए थे.
गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. यह सिखों के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण ...
गुरु गोबिंद सिंह स्वयं भी एक लेखक थे, अपने जीवन काल में उन्होंने कई ग्रंथों की रचना की थी. कई भाषाओं का ज्ञान- खालसा पंथ की स्थापना करने वाले गुरु गोबिंद सिंह जी अपने ज्ञान और सैन्य ताकत की वजह से काफी प्रसिद्ध थे. पांच ककार- गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंत की रक्षा के लिए अपने जीवनकाल में कई बार मुगलों का सामना किया था. गुरु गोबिंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था. गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. आइए गुरु गोबिंद सिंह जी के जीवन से जुड़ी 5 प्रमुख बातें आपको बताते हैं.
Guru Gobind Singh Jayanti 2022: He was installed as the tenth and final leader of the Sikhs when he was nine after his father was executed by Aurangzeb.
Two of his sons, Sahibzada Zorawar Singh and Sahibzada Fateh Singh, were sealed alive in a wall by the mughals. He was installed as the tenth and final leader of the Sikhs when he was nine after his father was executed by Aurangzeb. He fought 13 battles against the Mughals and the kings of Siwalik Hills.Guru Gobind Singh died on October 7, 1708 after he was stabbed by the men of Wazir Khan, the Nawab of Sirhind.
Guru Gobind Singh Jayanti 2022: सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंका जन्म श्री पटना साहिब में 22 ...
Guru Govind Singh Jayanti 2023: 29 दिसंबर 2022 को गुरु गोविंद सिहं की जयंती मनाई जाएगी.
गुरु गोबिंद सिंह ने ही खालसा पंथ की स्थापना की थी और सिखों को जीवन जीने के लिए पांच ककार केश, कड़ा, कृपाण, कच्छा और कंघा धारण करने के लिए कहा था. धर्म की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले गुरु गोविंद सिंह जी ने दूसरों के जीवन में प्रकाश लाने और उनका कल्याण करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. Guru Govind Singh Jayanti 2023: 29 दिसंबर 2022 को सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिहं की जयंती मनाई जाएगी.
He introduced the five Ks - Kanga, Kesh, Kachera, Kara, and Kirpan- in Sikhism. According to the Sikh calendar (Nanakshahi), Gobind Singh Ji was born in January ...
May Guru Gobind Singh Ji be your guiding star through your life. May Guru Gobind Singh Ji give you the courage and strength to fight evil and always stand by the side of truth. May all your problems come to an end with the blessings of Guru Gobind Singh Ji. Best wishes on Guru Gobind Singh Jayanti. Guru Gobind Singh Jayanti 2022 will be celebrated today, December 29. According to the Sikh calendar (Nanakshahi), Gobind Singh Ji was born in January (Paush) in 1666 to the ninth Sikh Guru Teg Bahadur and Mata Gujri as Gobind Rai in Patna Sahib, Bihar.
उनका जन्म पटना में हुआ था और उन्होंने सामाजिक समानता का पुरजोर समर्थन किया. वे दमन और ...
गुरु गोविंद सिंह की जयंती पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी यानी कि 29 दिसंबर 2022 को मनाई जाएगी. गुरु गोबिंद सिंह जयंती के दान भक्त इकट्ठा होते हैं और आशीर्वाद के लिए अपनी प्रार्थना करते हैं. Guru Gobind Singh Jayanti 2022: गुरु गोबिंद सिंह जयंती, सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज की जयंती है.
Guru Gobind Singh Jayanti is being celebrated on December 29 this year · The day marks the birth anniversary of the 10th Sikh Guru ...
[Guru Gobind Singh Jayanti](/topic/guru-gobind-singh-jayanti)is being celebrated on December 29 this year. Wishing you happy Gurupurab. May he shower blessings on you always.
Guru Gobind Singh, the 10th guru of Sikhs, was born on December 22, 1666 in Patna, Bihar, according to the Julian calendar.
Guru Gobind Singh founded the Khalsa Panth on Baisakhi, a spring festival celebrated among the Sikhs. Guru Gobind Singh Jayanti is an auspicious day among the Sikh community and is celebrated every year to pay tributes to the Sikh guru. As this calendar is obsolete in the present day, his 356th birth anniversary will be celebrated on December 29 this year.
Guru Gobind Singh Jayanti 2022 गुरु गोबिंद सिंह को सिख समुदाय में एक योद्धा आध्यात्मिक गुरु साहसी ...
हैप्पी गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2022 ! हैप्पी गुरु गोविंद सिंह जयंती 2022 हैप्पी गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2022
Guru Gobind Singh Jayanti 2022: हर साल पौष महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गुरु गोबिंद सिंह जी ...
राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक और साहित्यिक क्षेत्रों में से किसी एक-दो को चुनकर प्रयत्न करने वाले महापुरुष तो समय-समय पर अनेक हुए हैं, लेकिन उक्त सभी क्षेत्रों में समान रूप से अद्वितीय प्रगति प्राप्त करने वाले श्री गुरु गोबिंद सिंह जैसे महान पुरुष विश्व इतिहास में दुर्लभ हैं. गुरु गोबिंद सिंह केवल सिख पंथ के गुरु नहीं, वरन विश्व के महान लोकनायक और युग प्रवर्तक महापुरुष थे. गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने जीवन का उद्देश्य व्यक्त करते हुए चित्र नाटक में कहा : धर्म चलावन संत उबारन, दुष्ट समन को मूल उपारन/ यही काज धरा हम जनमं, समझू लेहु साधु राम मनमं.
जोश और उत्साह के साथ आज मनाया जाएगा सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती।
गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म 22 दिसंबर 1666 में बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। इनके पिता गुरु तेग बहादुर जी सिखों के नौवें गुरु थे। सिखों के दसवें गुरु होने के अलावा गुरु गोबिंद सिंह जी महान योद्धा भी थे। उनका जीवन आदर्शों से भरा हुआ था। गोविंद सिंह जी की जयंती पर आइए जानते हैं उनके अनमोल वचन। Guru Gobind Singh jayanti 2022: गुरु गोबिंद सिंह जयंती पर जानें उनके अनमोल वचन, बदल देंगे आपका नजरिया [हिंदी न्यूज़](/) [धर्म](/astrology/)Guru Gobind Singh jayanti 2022: गुरु गोबिंद सिंह जयंती पर जानें उनके अनमोल वचन, बदल देंगे आपका नजरिया
The nation is celebrating Guru Gobind Singh Jayanti to mark the 355th birth anniversary as per the lunar calendar of Guru Gobind Singh, the tenth Guru of ...
One of his notable contributions is said to be in 1699, when he founded the Sikh warrior community called the Khalsa. One of the most inspirational figures for many people around the world, Guru Gobind Singh was not just a spiritual master but a poet, philosopher, reformer, and warrior as well whose teachings have enlightened people for many years now. One of his notable contributions is said to be in 1699 when he founded the Sikh warrior community called the Khalsa.
Guru Gobind Singh Ke Anmol Vichar : आज यानी 29 दिसंबर को सिखों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ...
Guru Gobind Singh earned the title of Dashmesh pita and became the tenth Sikh guru.
Guru Gobind Singh was a spiritual teacher in addition to being a brilliant warrior, philosopher, and poet. With Guru Gobind Singh Ji's grace, may all of your issues be resolved. Guru Gobind Singh Ji inspires us to be better people, thus may he give you and your family pleasure, serenity, and happiness for all of time. The ninth Sikh [Guru Teg Bahadur](/topic/guru-teg-bahadur)and Mata Gujri welcomed Gobind Rai into the world in Patna Sahib, Bihar, on January 1st (Paush), 1666, according to the Sikh calendar (Nanakshahi). A five-fold concept was introduced by him in Sikhism: Kanga, Kesh, [Kachera](/topic/kachera), Kara, and Kirpan. [Guru Gobind](/topic/guru-gobind)Singh earned the title of Dashmesh pita and became the tenth [Sikh](/topic/sikh)guru.
गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. उन्हें सिखों का 10वां गुरु माना जाता है.
गुरु गोबिंद सिंह ने लोगों को उत्पीड़न से बचाने के लिए खालसा की स्थापना की. गुरु गोबिंद सिंह ने बैसाखी पर खालसा पंथ की स्थापना की, जो सिखों के बीच मनाया जाने वाला एक वसंत त्योहार है. गुरु गोबिंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था.
Here is all you need to know about the date, timing, history, importance, and significance of the 10th Sikh guru Guru Govind Singh on his birth anniversary.
Guru Gobind Singh Jayanti is celebrated all over India, predominantly within the Sikh community. This year, Guru Gobind Singh Jayanti will be observed on December 29. [By India Today Web Desk](/author/india-today-web-desk): Guru Gobind Singh was the tenth Guru of the Sikh religion.