Savitribai Phule Jayanti : आज भारत की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती है।
Savitribai Phule Birth Anniversary: भारत की पहली महिला शिक्षिका और समाजसेवी सावित्रीबाई फुले की आज ...
स्त्रीवादी संघर्षों की यह यात्रा आसान नहीं रही है. विधवा विवाह, बाल विवाह, सतीप्रथा जैसी ...
जब मुम्बई प्लेग के भीषण प्रकोप से ग्रसित था और बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यू हो रही थी तब उन्होंने प्लेग रोगियों की सेवा में खुद को झोंक दिया. तब सावित्री बाई फूले ने ऐसे मां-पिताओं के साथ लगातार बैठक की और उन्हें बेटियों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित किया. सामाजिक सुधार के इन्हीं कार्यों को आगे बढ़ाते हुए और महिलाओं के अधिकार, गरिमा व अन्य सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से उन्होंने महिला सेवा मंडल की स्थापना की. सावित्री बाई नाई समाज के लोगों को यह समझाने में कामयाब रहीं कि वे विधवा स्त्रियों का मुंडन करके एक बड़ी बुराई में हिस्सेदार हो रहे हैं. विधवा महिलाओं को विद्रूप बनाने के लिए नाईयों से उनके मुंडन की कुप्रथा समाज में विद्यमान थी. इन्हीं महिलाओं को जब शिक्षित करने सावित्री बाई निकलतीं तो उन्हें रोकने के लिए उनपर गंदगी और कीचड़ फेंके जाते.
Savitribai Phule Jayanti आज सावित्रीबाई फुले की जयंती पर यहां जानें उनके अनमोल विचारों और कोट्स.
Savitribai Phule Jayanti 2023 ======================
Savitribai Phule Jayanti : कई महिलाओं और लड़कियों की प्रेरणास्रोत सावित्रीबाई फुले की आज 192वीं ...
सावित्रीबाई फुले की शादी ज्योतिराव फुले से 1940 में नौ साल की उम्र में ही हो गई थी. फुले दंपति ने 1848 में महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित भिड़े वाड़ा में महिलाओं के लिए देश का पहला स्कूल खोला. सावित्रीबाई फुले ने समाज सुधारक ज्योतिराव फुले के साथ महिलाओं की शिक्षा के लिए संघर्ष किया. इसके अलाव उन्होंने देश का किसान स्कूल भी स्थापित किया था. उन्होंने लड़कियों और समाज के अस्वीकृत तबके के लोगों के लिए शिक्षा की व्यवस्था की. Savitribai Phule Jayanti :सावित्रीबाई फुले कई लड़कियों और महिलाओं के लिए प्रदर्शक और प्ररेणा हैं.
3 जनवरी के दिन सावित्री बाई फुले की जयंती होती है. सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला ...
ने महात्मा जोतीबा फुले ने मिलकर भारत का पहली महिला विद्यालय 1 जनवरी 1848 ई में पुणे के भीड़बाडा में खोला था. सावित्रीबाई फुले की जयंती के दिन राष्ट्रीय शिक्षिका दिवस (National Women Teachers Day) के रूप में मनाया जाता है. सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका (India's First Women Teacher) थी.
सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका, आधुनिक नारीवादी और समाज सुधारक थीं.
भारतीयों द्वारा महिलाओं की शिक्षा के लिए स्कूल खोलने की यह पहली पहल थी. वे दोनों उस्मान शेख के घर में रुके जहाँ उनकी मुलाकात फातिमा बेगम शेख से हुई, जो भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका थीं. शिक्षा और साक्षरता के क्षेत्र में महिलाओं के उत्थान के लिए महिला शिक्षा को आगे बढ़ाने की उनमें क्रांतिकारी ज्वाला थी. ऐसे समय में जब शिक्षा सीमित थी और सभी के लिए खोले जाने वाले बहुत कम मिशनरी स्कूल थे. उन्हें 'लैंगिक न्याय के योद्धा' के रूप में जाना जाता था. उनके पति के समर्थन ने उन्हें पढ़ने, लिखने और लड़कियों के लिए भारत का पहला स्कूल भिडे वाडा स्थापित करने के लिए प्रेरित किया, जिसे वर्ष 1848 में पुणे में स्थापित किया गया था.
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Savitribai Phule Jayanti: देशभर में आज सावित्रीबाई फुले की जयंती ...
Savitribai Phule Jayanti 2023: सावित्रीबाई फुले, जिन्होंने महिलाओं की शिक्षा के लिए संघर्ष किया और ...
इसके बाद उन्होंने बालिकाओं के अलावा महिलाओं की शिक्षा के लिए 1849 में प्रौढ़ शिक्षा केंद्र की भी स्थापना की. जोकि स्त्री शिक्षा की क्रांति के लिए पहला स्तंभ बना. सावित्रीबाई फुले का विवाह नौ वर्ष की आयु में महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले से हो गया था.
सावित्रीबाई फुले की झांकी सजाई, बच्चों ने केक काटकर सावित्रीबाई फुले का जन्मदिन मनाया ...
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Savitribai Phule Jayanti 2023 Quotes: शिक्षा स्वर्ग का द्वार Savitribai Phule Jayanti 2023 Quotes: दलित औरतें शिक्षा की आज हम सावित्रीबाई फुले की दूरदर्शिता और कर्मनिष्ठता से ओत प्रोत प्रेरणादायक और क्रांतिकारी अनमोल विचारों और कोट्स को देखेंगे