Lohri 2023 Date: लोहड़ी कब है, 13 या 14 जनवरी को? जानें सही तारीख, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व.
वे लोहड़ी की आग में कटी हुई फसल, रेवड़ी, मूंगफली, गुड़, गजक और मूंगफली का भोग भी लगाते हैं. यह गर्म मौसम के आगमन का जश्न भी मनाता है क्योंकि मकर संक्रांति के बाद, लोहड़ी के एक दिन बाद, रातें छोटी हो जाती हैं और दिन बड़े हो जाते हैं. इस दिन लोग अपने घरों के बाहर या खुले स्थानों में लकड़ी और गोबर के उपलों से आग जलाते हैं और उसकी परिक्रमा करते हुए जलती हुई आग में तिल, गुड़, गजक, रेवड़ी और मूंगफली चढ़ाते हैं.
Lohri 2023: Lohri festival every year, on 14th of January. Everything you need to know about the Lohri 2023 festival's celebration, history, ...
To fully enjoy this occasion, they invite their family and friends. In other regions of the nation, such as Himachal Pradesh, Haryana, and Jammu, the festival is also enthusiastically observed. The name lohri is thought to have come from the word loh, which describes a tawa used to make roti or chapati. Similar to how Lohri would be lacking without amazing food. Sarso da Saag and Makke di Roti, as well as Gud, til ki barfi or panjiri, Makhane ki kheer, til ke laddoo, Pinni, Gondh Ke laddoo, and lassi, are prepared by women on this auspicious Lohri day. By celebrating this event, people express respect to all farmers.
Lohri, also known as Lohadi or Lal Loi, occurs one day before Makar Sankranti. Since Mughal times, the auspicious festival of Lohri has been celebrated with ...
The significance of Lohri celebrations lies in the fact that it marks the end of the season and the beginning of harvesting rabi crops every year. People celebrate Lohri by worshipping the new crop, lighting a fire outside their homes, thanking the Sun God (Surya Devta) and the Fire God (Agni Devta), and wishing for good crop production in the coming year. Lohri is a joyous occasion for newlyweds and newborns. People living in cities, on the other hand, celebrate Lohri because it allows them to interact with family and friends. A perfect blend of feasts, fun, and festivities. It also commemorates the arrival of warmer weather because the nights get shorter and the days get longer after Makar Sankranti, a day after Lohri. Lohri is celebrated in the month of Paush and is determined by the solar part of the lunisolar Punjabi calendar, falling on or around January 13th in most years. After the song, the adult of the house is expected to give the singing troupe, some snacks, and money. People come dressed and do the Bhangra and Gidda to the beat of the dhol. Children visit neighbors singing traditional Lohri folk songs with the name "Dulla Bhatti" as part of the celebrations. On this day, people light a fire outside their homes or in public places with wood and cow dung cakes, then offer sesame seeds, jaggery, gajak, rewdi, and peanuts to the lit bonfire while performing Parikrama around it. The main course at a Lohri dinner is usually Sarson da saag and Makki di roti.
लोहड़ी का त्योहार देश भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग पारंपरिक गीत गाकर ...
बता दें कि इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को है, क्योंकि लोहड़ी संक्रांति से एक दिन पहले मनाई जाती है, इसलिए इस बार यह लोहड़ी 14 तारीख को होगी. इस मौके पर अलाव जलाकर और मूंगफली और रेवड़ी बांटकर इस त्योहार को मनाया जाता है. लोहड़ी को खास तौर पर पंजाबियों का त्योहार माना जाता है. (Lohri Kab Hai) 13 या 14 जनवरी, क्योंकि सामान्य तौर पर लोहड़ी को मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है. Lohri 2023 Confirm Date: लोहड़ी का त्योहार देश भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. Lohri 2023 Confirm Date: लोहड़ी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, जिसको लेकर लोगों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
The auspicious festival of Lohri is widely celebrated by the people of Haryana and Punjab, particularly by the Hindu and Sikh communities.
The occasion is considered to be auspicious for to-be-parents and newly married couples. People light a bonfire and celebrate around it on the special occasion of Lohri. The legend of Dulla Bhatti, who had lived in Punjab during the reign of Mughal Emperor Akbar, is the most well-known folklore connected to Lohri. [Haryana](https://www.mid-day.com/search/haryana-articles) and Punjab, particularly by the Hindu and Sikh communities. In addition, the Brahma Muhurta will last from 5.27 to 6.21 am and the Lohri Sankranti tithi will be at 8.57 pm. On this day, people perform Parikrama around the bonfire while offering sesame seeds, jaggery, gajak, rewdi, and peanuts.
Lohri is the biggest festival in Punjab and other Northern states of India. It is a celebration of the harvest season. People pay their gratitude to Lord ...
The festival of Lohri is linked to Dulla Bhatti. It is believed that Lohri's night is the longest night of the year. Lohri is the biggest festival in Punjab and other Northern states of India.
Lohri 2023 date 13 or 14 when is Lohri festival, know the exact date, Muhurta, importance and story of Dullabhatti: लोहड़ी पर्व के दिन शाम ...
लोहड़ी फसलों से जुड़ा पर्व है। इसलिए पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के किसान वर्ग इसे बड़ी धूम-धाम के साथ मनाते हैं। इस दिन शाम को लकड़ी और उपले से आग जलाई जाती है और इसके चारों ओर इकट्ठा होकर गीत गाए जाते हैं। इसके बाद रेवड़ी, मूंगफली, खील, चिक्की, गुड़ की बनी चीजें आग में डालकर परिक्रमा करते हैं और आग के पास बैठकर गजक और रेवड़ी खाकर त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार पर पंजाब में रात के खाने में मक्के की रोटी और सरसों का साग खास तौर पर बनाया जाता है। इस पर्व में भांगड़ा और गिद्दा नृत्य किया जाता है। [पंजाबी](https://www.lokmatnews.in/topics/punjab/) समुदाय का प्रमुख पर्व है। यह पर्व आमतौर पर 13 जनवरी को मनाया जाता है। लेकिन इस साल लोहड़ी पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। यह पर्व प्रति वर्ष [मकर संक्रांति](https://www.lokmatnews.in/topics/makar-sankranti/) से एक दिन पूर्व मनाया जाता है और इस साल 15 जनवरी को [मकर संक्रांति](https://www.lokmatnews.in/topics/makar-sankranti/) मनाई जाएगी। लोहड़ी पर्व [पंजाब](https://www.lokmatnews.in/topics/punjab/) समेत, हिमाचल, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि में धूमधाम से मनाया जाता है। लोहड़ी पर्व के दिन शाम को लकड़ी और उपले से आग जलाई जाती है और इसके चारों ओर इकट्ठा होकर गीत गाए जाते हैं। इसके बाद रेवड़ी, मूंगफली, खील, चिक्की, गुड़ की बनी चीजें आग में डालकर परिक्रमा करते हैं और आग के पास बैठकर गजक और रेवड़ी खाकर त्योहार मनाया जाता है।
इसके अलावा जहां भी पंजाबी रहते हैं वे लोहड़ी उत्सव को बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं।
Lohri 2023 Date: लोहड़ी पंजाब के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ये पर्व हर साल मकर संक्रांति ...
नई दिल्ली। Lohri 2023 Exact Date: इस बार मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा।
Lohri 2023 Date: लोहड़ी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन इस साल 2023 में लोहड़ी की तारीख को ...
लोहड़ी में नए फसलों की भी पूजा की जाती है और अग्नि में नई फसल को अर्पित किया जाता है. लोहड़ी की पूजा पवित्र अग्नि के पास की जाती है. इस साल लोहड़ी का त्योहार शनिवार 14 जनवरी 2023 को है. वहीं लोहड़ी की पूजा के लिए 14 जनवरी 2023 रात 08:57 का समय शुभ है. पंजाब में किसानों के लिए लोहड़ी को नए वित्तीय वर्ष के रूप में देखा जाता है. कुछ लोग लोहड़ी के लिए 14 जनवरी तो वहीं कुछ 15 जनवरी की तारीख बता रहे हैं.
Lohri is celebrated a day before Makar Sankranti with pomp all over India. This festival is especially important in Punjab, Delhi, and Haryana.
It is festival of togetherness and the bond between friends and family. The rooms of the houses are sprinkled with water as a ritual. Along with that, radish, spinach and mustard leaves (Sarson da saag) are essential items to be added to the menu and have been a delicacy since ancient times. In addition, the Brahma Muhurta will last from 5.27 to 6.21 am and the Lohri Sankranti tithi will be at 8.57 pm. He even carried out the ceremonies without a priest on the day of her wedding. This festival symbolises the ripening of winter crops as well as the start of a new harvesting season.
2023 Happy Lohri Wishes लोहड़ी का त्योहार मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाया जाता है।
[Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति में क्यों पतंग उड़ाना माना जाता है शुभ? हैप्पी लोहड़ी 2023
वैसे हर साल लोहड़ी के त्योहार को 13 जनवरी को मनाया जाता है. लेकिन साल 2023 में मकर ...
लोहड़ी की पूजा का शुभ मुहूर्त 14 जनवरी को रात 8 बजकर 57 मिनट पर है. लोहड़ी पर एक स्थान पर लकड़ियों को अग्नि दी जाती है. वैसे हर साल लोहड़ी के त्योहार को 13 जनवरी को मनाया जाता है. साल 2023 में मकर संक्रांति 15 जनवरी को है और लोहड़ी 14 जनवरी 2023 को पड़ रही है. लोहड़ी को मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है. लेकिन साल 2023 में मकर संक्रांति की तरह इस बार लोहड़ी की तारीख को लेकर भी लोगों के बीच असमंजस की स्थिति है.
Lohri 2023: लोहड़ी का पर्व वैसे तो पंजाब का प्रमुख त्योहार है लेकिन उत्तर भारत में भी इसे ...
यह त्योहार पंजाब और हरियाणा में काफी लोकप्रिय है. लोहड़ी के दिन आग में मूंगफली, तिल, गुड़, ...
पंजाब में लोहड़ी फसल काटने के दौरान मनाया जाता है. लोहड़ी का त्योहार किसानों के नए साल के रूप में मनाया जाता है. लोहड़ी के दिन अलाव जलाकर उसके इर्द-गिर्द डांस किया जाता है. इस दिन रबी की फसल को आग में समर्पित कर सूर्य देव और अग्नि का आभार प्रकट किया जाता है. इस दिन बच्चे उत्सव के दौरान बच्चे घर-घर जाकर लोक गीत गाते हैं और लोगों द्वारा उन्हें मिष्ठान और पैसे भी दिए जाते हैं. Lohri 2023: लोहड़ी का पर्व खुशियों का प्रतीक माना जाता है.
Lohri is celebrated in parts of northern India, especially Punjab and neighbouring states, to mark the beginning of the harvest season.
A harvest festival, Lohri marks the end of the sowing season of rabi crops. Lohri is celebrated in parts of northern India, especially Punjab and neighbouring states, to mark the beginning of the harvest season. Observed by Hindu and Sikh communities, celebrations of Lohri involve lighting a holy bonfire, gathering around it, and offering prayers and food to the fire God.
Lohri 2023 Live Updates: 14 जनवरी को मनाई जायेगी लोहड़ी, जानें इसकी वजह, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और ...
यह गर्म मौसम के आगमन का जश्न भी मनाता है क्योंकि मकर संक्रांति के बाद, लोहड़ी के एक दिन बाद, रातें छोटी हो जाती हैं और दिन बड़े हो जाते हैं. इस साल लोहड़ी का त्योहार शनिवार 14 जनवरी 2023 को है. पंजाब की लोककथाओं का मानना है कि लोहड़ी के दिन जलाई जाने वाली अलाव की लपटें लोगों के संदेशों और प्रार्थनाओं को सूर्य देव तक ले जाती हैं ताकि फसलों को बढ़ने में मदद करने के लिए ग्रह को गर्मी प्रदान की जा सके. लोहड़ी के दिन दुल्ला भट्टी की कहानी सुनने का विशेष महत्व है. लोहड़ी में नए फसलों की भी पूजा की जाती है और अग्नि में नई फसल को अर्पित किया जाता है. कुछ लोग लोहड़ी के लिए 14 जनवरी तो वहीं कुछ 15 जनवरी की तारीख बता रहे हैं.इस साल लोहड़ी का त्योहार शनिवार 14 जनवरी 2023 को है. लोहड़ी की पूजा पवित्र अग्नि के पास की जाती है. लोहड़ी का शुभ त्योहार हरियाणा और पंजाब के लोगों द्वारा विशेष रूप से हिंदू और सिख समुदाय द्वारा बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. वहीं 15 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा. साथ ही नवविवाहिता की पहली लोहड़ी को बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि यह प्रजनन क्षमता का प्रतीक है. ऐसे में लोहड़ी मनाने वाले किसान मानते हैं कि अग्नि में समर्पित किया गया अन्न का भाग देवताओं तक पहुंचता है. नई नवेली दुल्हन की पहली लोहड़ी को परिवार में बेहद खास माना जाता है.
Lohri 2023 Date in Punjab, Delhi, India Calendar: It is closely linked to the Hindu festival Makar Sankranti and is celebrated one day before it.
Since northern India and Pakistan came under the Indus Valley Civilisation, Lohri is celebrated here with much pomp and show. The first Lohri is considered very auspicious for a new bride and a newborn baby, as it symbolises fertility. It is determined according to the solar part of the lunisolar Bikrami calendar.
Lohri 2023 आज देशभर में लोहड़ी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह त्योहार विशेष रूप ...
Lohri 2023 Date in India: नेचर और एग्रीकल्चर को समर्पित लोहड़ी के दिन श्रद्धालु भगवान सूर्य और ...
कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिए सभी देशवासियों को फसल के सुंदर त्योहार लोहड़ी की सभी को शुभकामनाएं दी है. बीजेपी ने भी सभी देशवासियों को हर्ष और उल्लास के पर्व लोहड़ी की हार्दिक शुभकामनाएं दी है. संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) ने प्यार और खुशी के त्योहार लोहड़ी के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी है. शुभ मुहूर्त की बात करें तो इस बार लोहड़ी पर्व 14 जनवरी रात 8 बजकर 57 मिनट का शुभ मुहूर्त है. जानकारी के मुताबिक लोहड़ी पर्व मनाने का शुभ मुहूर्त कल का है. जिस वजह से इस बार लोहड़ी फेस्टिवल 13 जनवरी को नहीं बल्कि 14 जनवरी को देश भर में बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी.
Lohri 2023 प्रेम, उत्साह और आस्था का त्योहार है। इसकी कई अनोखी परंपरा हैं। इन्हीं में से एक ...