Makar Sankranti 2023 Shubh Muhurat, Wishes In Hindi:- मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार माना जाता है ...
Makar Sankranti 2023: शास्त्रों में मकर संक्रांति पर स्नान, ध्यान और दान का विशेष महत्व बताया ...
इसलिए मकर संक्रांति पर पश्चिम बंगाल के गंगासागर में मेला भी लगता है. भीष्म पितामह ने त्यागी थी देह- महाभारत काल में भीष्म पितामह ने अपनी देह त्यागने के लिए मकर संक्रांति का ही चयन किया था. देवताओं का दिन- सूर्य का मकर राशि में प्रवेश यानी मकर संक्रांति दान, पुण्य की पावन तिथि है. मकर संक्रांति एक तरह से देवताओं की सुबह होती है. शास्त्रों में उत्तरायण के समय को देवताओं का दिन और दक्षिणायन को देवताओं की रात कहा गया है. आइए आपको मकर संक्रांति से जुड़ी चार प्रमुख कथाओं के बारे में बताते हैं.
Makar sankranti kis din hai: मकर संक्रांति की तारीख को लेकर लोगों के बीच भ्रम है।
Makar Sankranti 2023 Date: मकर संक्रांति मनाना आज रहेगा उत्तम, यहां जानें आपकी राशि पर संक्रांति का प्रभाव [हिंदी न्यूज़](/) [धर्म](/astrology/)Makar Sankranti 2023 Date: मकर संक्रांति मनाना आज रहेगा उत्तम, यहां जानें आपकी राशि पर संक्रांति का प्रभाव Makar sankranti kis din hai: मकर संक्रांति की तारीख को लेकर लोगों के बीच भ्रम है। जानें मकर संक्रांति का पर्व किस दिन मनाना रहेगा सबसे उत्तम व राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव-
Makar Sankranti 2023 Date: आज मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन दान-दक्षिणा का विशेष ...
आज के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है. इस दिन तिल का दान और इसके सेवन का खास महत्व है. आज के दिन सूर्य उत्तरायण होता है यानी इस दिन सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ता है.
Makar Sankranti 2023 date change बरसों से मकर संक्रांति का पर्व14 जनवरी को मनाई जाती रही है।
Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति आज है या कल? क्योंकि कई जगहों पर 14 जनवरी को ही मकर संक्रांति ...
इसलिए इस साल 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति मनाई जाएगी. 14 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाए या फिर 15 जनवरी को मनाई जाए. ऐसे में जो लोग 14 जनवरी को मकर संक्रांति मनाएंगे उन्हें पुण्य लाभ नहीं मिलेगा.
Makar Sankranti 2023: आज 15 जनवरी को देशभर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है.
मकर संक्रांति के अवसर पर काले तिल का दान करने और काले तिल का सेवन करने की परंपरा है. पूजा का समापन सूर्य देव की आरती से करें. घी के दीपक से सूर्य देव की आरती करें. मकर संक्रांति का महा पुण्यकाल सुबह 07 बजकर 17 मिनट से प्रारंभ है, जो सुबह 09 बजकर 04 मिनट तक है. जो लोग आज घर पर स्नान कर रहे हैं, वे पानी में गंगाजल और काला तिल डालकर स्नान करें. Makar Sankranti 2023: आज 15 जनवरी को देशभर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है.