लेकिन त्योहारों की खुशी में हम अपनी सेहत से समझौता कर बैठते हैं। बेधड़क होकर तला-भुना, ...
केसर- गुजिया को आकर्षक बनाने के लिए कई दुकानदार उसमें केसर भी मिलाते हैं। महंगा होने के लिए दुकानदार असली केसर की जगह सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल करते हैं। जो हमारी सेहत के लिए खतरा बन सकता है। तो सीमित मात्रा में ही गुजिया का सेवन करें। पॉसिबल हो तो घर में बनाएं। इससे आप तेल और दूसरी चीज़ों की क्वॉलिटी खुद से जांच सकते हैं। अगर नहीं, तो आज के इस लेख में हम यही जानने वाले हैं। आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे अनहेल्दी हुआ क्योंकि इसमें तो वसा की तुलना में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा है, लेकिन आपको बता दें कि 34% वसा में लगभग 10 ग्राम संतृप्त वसा होती है जो शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है। इसमें सिर्फ 0.96 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटेड वसा और 4.48 ग्राम मोनोअनसैचुरेटेड वसा होती है। कार्बोहाइड्रेट के सेवन में भी खासतौर से चीनी (47.26 ग्राम) होती है। फाइबर, सोडियम और पोटैशियम न्यूनतम मात्रा में होते हैं।
आपको बताने जा रहे हैं बहुत ही टेस्टी लेकिन हेल्दी गुजिया की रेसिपी जिन्हें डीप फ्राई ...
ओवन से निकालने के बाद गुजिया को ठंडा कर लें. आटे की लोईयों के गोले को ऊपर की ओर मोड़ें और किनारों को दबा कर गुजिया बनाएं. अगले स्टेप में एक बाउल में मैदा, घी और गुनगुना पानी डालकर आटा गूंथ लें.
Holi Special Gujia Is Unhealthy For Your Health: भारत में मिठाइयों के बिना हर त्योहार फीका-फीका और अधूरा सा ...
History of Gujiya: इतिहासकार मानते हैं कि गुझिया की उत्पत्ति मिडिल ईस्ट के देश तुर्की से हुई.
इसके अलावा इसे गुझिया, गुजिया, गुंझिया और पेड़किया के नाम से भी जाना जाता है. कई राज्यों में चाशनी वाली गुझिया को रबड़ी के साथ पेश किया जाता है. गुझिया तुर्की से भारत कब पहुंची, इसी सटीक जानकारी को लेकर इतिहासकारों में मतभेद है, लेकिन यह माना जाता है कि यहां पहुंचने के बाद इसे पॉपुलर होने का श्रेय मुगलों को दिया गया. इसी से गुझिया की उत्पत्ति हुई. शुरुआती दौर की गुझिया और आज के दौर की गुझिया के स्वाद और आकार में बहुत अंतर रहा है. इतिहासकार मानते हैं कि गुझिया की उत्पत्ति मिडिल ईस्ट के देश तुर्की से हुई.
इस बार होली पर मीठी गुजिया बनाने की बजाय नमकीन गुजिया ट्राई करें। बता दें यह गुजिया ...
- Step 1 अगर नहीं, तो आज हम 'रेसिपी ऑफ द डे' आपके लिए गुजिया दही वड़ा की आसान रेसिपी लेकर आए हैं, जिसे आप होली के दिन बना सकती हैं। तो देर किस बात की आइए जानते हैं बनाने की आसान विधि- होली का त्यौहार गुजिया की मिठास के बिना बिल्कुल अधूरा है....
Baked Gujiya Recipe: गुझिया इसे मैदे से बनाया जाता है फिर इसके अंदर मावा, ड्राई फ्रूट्स और शक्कर ...
- 100 ग्राम गुड़ - 100 ग्राम काजू - 100 ग्राम नारियल पाउडर यह उन सभी लोगों के लिए एक बहुत बढ़ी खुशखबरी है जो चाह कर भी गुझिया नहीं खा सकते हैं. लेकिन कई बार जो डायबिटीज के मरीज होते हैं या फिर जो हेल्थ को लेकर के बहुत ज्यादा सजग होते हैं और एक स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करते हैं वो लोग चाहकर भी गुझिया नहीं खा पाते हैं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी गुझिया की रेसिपी जिसे आप इस बार आप होली के त्योहार पर बना सकते हैं.
सोनिया मिश्रा चमोली. उत्तराखंड में होली (Holi 2023) का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा.
अनीता वर्मा ने बताया कि रंगों के त्योहार होली पर गुजिया बनाने का रिवाज प्राचीन काल से चला आ रहा है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सबसे पहले ब्रज में होली के अवसर पर भगवान कृष्ण को इस मिठाई (गुजिया) को अर्पित किया गया था और यही वजह है कि होली के मौके पर विशेष तौर पर इस पकवान को बनाया जाता है. होली के त्योहार पर गुजिया बनाने के पीछे एक खास पौराणिक इतिहास जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से गुजिया का महत्व और अधिक बढ़ जाता है.