Shab-e-Barat 2023

2023 - 3 - 6

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Shab-e-Barat 2023: ബറാഅത്ത് രാവ്; തിയതി ... (Zee News)

Shab-e-Barat 2023 Date: ഹിജ്റ കലണ്ടറില്‍ എട്ടാമത്തെ മാസമാണ് ശഅബാൻ 15ന് ആണ് വിശ്വാസികൾ ബറാഅത്ത് ...

ബറാഅത്ത് രാവ് കഴിഞ്ഞുള്ള ദിവസം പകലിലാണ് വ്രതം അനുഷ്ഠിക്കുക. തുർക്കിയിൽ ഈ രാവിനെ ബറാഅത്ത് കണ്ടിലി എന്ന് വിളിക്കുന്നു. ഇതിനെയാണ് ബറാഅത്ത് രാവ് എന്ന് പറയുന്നത്. ബറാഅത്ത് രാവിൽ വിശ്വാസികൾ നോമ്പും അനുഷ്ഠിക്കാറുണ്ട്. പാപികളോട് അല്ലാഹു ക്ഷമിക്കുന്ന രാവായതിനാലാണ് പ്രസ്തുത രാവിന് ബറാഅത്ത് അഥവാ മോചനത്തിന്റെ രാവ് എന്ന പേര് വന്നത്. ബറാഅത്ത് എന്നാൽ മോചനം എന്നാണ് അർത്ഥം.

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Shab-E-Barat 2023: शब-ए-बारात की रात क्यों की जाती है तिलावत, क्या है ... (News18 इंडिया)

Shab-E-Barat 2023: शब-ए-बारात इबादत, तिलावत और सखावत की रात है. इस दिन अल्लाह की सच्चे मन से ...

शब-ए-बारात चार मुकद्दस रातों में से एक है. शब-ए-बारात में शब का अर्थ है रात और बारात का अर्थ है बरी होना. यह शाबान महीने की 15वीं तारीख की रात को मनाई जाती है. इस्लाम में शब-ए-बारात का खास महत्व है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक शब-ए-बारात (Shab-e-Barat 2023 Date) दीन-ए-इस्लाम के आठवें महीने शाबान में मनाई जाती है. शब-ए-बारात मुसलमानों के लिए मुकद्दस महीना है.

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Shab-e-Barat 2023: कल है शब ए बारात, जानें क्यों मनाया जाता है ये त्यौहार? (ABP News)

Shab-e-Barat 2023: शाबान का चांद नजर आने के बाद जिस दिन का बेसब्री से इंतजार था वो आखिर आ ही गया.

इस पाक रात के दिन जो भी सच्चे दिल से अल्लाह की इबादत करता है, उसके सामने अपने गुनाहों से तौबा करता है परवरदिगार उसे माफी अता करता है. शब से मतलब रात से है और बारात का मतलब बरी यानी बरी वाली रात से है. शब-ए बारात की रात ऐसी रात है जो सभी गुनाहों से गुनाहगार को माफी दिलाती है. कहा जाता है कि इस दिन की गई इबादत में इतनी ताकत होती है कि वो किसी भी तरह के गुनाहों से माफी दिलाती है. इस दिन शब ए बारात की खास नमाज भी पढ़ी जाती है. मुस्लिम समुदाय में मान्यता है कि इस दिन की गई इबादत का सबाब बहुत ज्यादा होता है.

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Shab-e-Barat 2023: आज है शब-ए-बारात, जानें क्यों इबादत के लिए मानी ... (DNA India)

Shab-e-Barat 2023: शब-ए-बारात हिजरी कैलेंडर के अनुसार, शाबान महीने की 15 तारीख को मनाया जाता है.

शब-ए-बारात की रात को मुस्लिम धर्म के लोग मृत पूर्वजों को याद करते हैं और उनकी कब्र पर जाकर फूल चढ़ाते हैं. शब-ए-बारात की रात को कब्र पर फूल चढ़ाते हैं और अगरबत्ती लगाते हैं. शब-ए-बारात की रात को पूर्वजों को याद किया जाता है. शब-ए-बारात की रात भी इन्हीं में से एक है. इन चार रातों में से एक आशूरा की रात, दूसरी शब-ए-मेराज की रात, तीसरी शब-ए-बारात और चौथी शब-ए-कद्र की रात होती है. यह दिन अल्लाह की इबादत के लिए विशेष माना जाता है.

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Shab-e-Barat 2023 Mubarak Messages: शब-ए-बारात मुबारक! प्रियजनों ... (LatestLY हिन्दी)

शब-ए-बारात के शब का अर्थ है रात, जबकि बारात का मतलब बरी होना है.

इसके साथ ही अल्लाह लोगों के लिए काम, माफी और सजा मुकर्रर करते हैं. शब-ए-बारात मुबारक शब-ए-बारात को शाबान महीने की 14वीं और 15वीं तारीख की मध्य रात को मनाया जाता है.

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Shab-E-Barat 2023: शब-ए-बरात के लिए सजी दरगाह पिरान कलियर, इबादत ... (दैनिक जागरण)

Shab-E-Barat 2023 शब-ए-बरात का पर्व सात मार्च मंगलवार को पड़ रहा है। शब ए बरात कलियर में इबादत ...

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Shab-E-Barat 2023: आज है शब-ए- बारात, यहां है पूरी जानकारी (News Nation)

भारत में विभिन्न प्रकार के लोग रहते हैं, उनकी संस्कृति, उनके धर्म, उनके त्योहार सब ...

इसके बाद 15 दिन के बाद रमजान का पवित्र महीना शुरु हो जाता है. यह दिन अल्लाह की इबादत के लिए काफी विशेष माना जाता है. हिजरी कैलेंडर के अनुसार, ये शाबान महीने की 15 तारीख को मनाया जाता है.

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Shab-e-Barat 2023: शब-ए-बारात यानी 'क्षमा की रात', जानें क्‍यों मनाया ... (Oneindia Hindi)

Shab-e-Barat 2023: शब-ए-बारात यानी क्षमा की रात के रूप में मनाई जाती है। इसे मनाने के पीछे ...

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Shab-E-Barat 2023: गजब संयोग अबकी बार होली पर मुसलमान भी करेंगे ... (नवभारत टाइम्स)

Shabe Barat 2023: आज होलिका दहन की शुभकामनाओं के साथ शब-ए-बारात में दुआओं को दौर भी चलेगा।

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Shab-e-Barat 2023: आज है शब-ए-बारात, जानें इस दिन को मनाने का तरीका ... (अमर उजाला)

Shab-e-Barat 2023: कहते हैं, जो शब-ए-बारात में इबादत करता है, उनके सारे गुनाह माफ हो जाते हैं।

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Shab-e-Barat 2023: इबादतों, मुबारकों की पाक रात शब-ए-बारात में उठे दुआ ... (ABP News)

Shab-e-Barat 2023: इबादतों, मुबारकों की पाक रात शब-ए-बारात में उठे दुआ के लिए हाथ...भारत, तुर्किए ...

(फोटो- Getty) कराची में लैलातुल अल-बारात के मौके पर वादी-ए-हुसैन कब्रिस्तान में एक बच्ची अपने रिश्तेदारों की कब्र पर मोमबत्ती जलाते हुए. पाकिस्तान के कराची में भी मंगलवार (7 मार्च) को लैलातुल अल-बारात के मौके पर मुसलमान वादी-ए-हुसैन कब्रिस्तान में अपने रिश्तेदारों की कब्र पर कुरान पढ़ते हुए.

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Shab E Barat Mubarak 2023: Wishes, Images, Quotes and ... (News18)

Shab e Barat is an Islamic festival that is celebrated all around the globe. The translation of Shab-e-Barat is 'The Night of Fortune and Forgiveness' and ...

The festival is considered to be the holiest night in the Islamic calendar. It will be led by Imam e Hai, Moulana Sayar Ahmed. SHAB E BARAT 2023 IN INDIA: Shab e Barat is an Islamic festival that is celebrated all around the globe. The translation of Shab e Barat is ‘The Night of Fortune and Forgiveness’ and it is observed on the 14th and 15th night of the month of Sha Aban, which is the eighth month of the Islamic Calendar. This year, it will be observed on the intervening night of March 7 and 8. This year the festival is observed on the evening of Tuesday, March 7, and ends on the evening of Wednesday, March 8.

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When is Shab-e-Barat 2023? Meaning behind tonight's observance ... (iNews)

The event is considered among the holiest in Islam, and is observed mostly by by Muslims in South Asia and South East Asia, although is celebrated all ...

It is one of the special nights that are really blessed for us. “It’s a night where many Muslims stay awake to pray and ask for forgiveness in preparation for Ramadan. The Prophet indicated that he liked for his deeds to be lifted up when he was fasting.” He does this by taking into account their actions of the past. Shab-e-Barat is considered a night of atonement. It starts at sunset and ends at dawn.

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Shab-e-Barat 2023 date in India: History, significance, rituals and all ... (Zee Business)

Shab-e-Barat 2023 : The people of the Muslim community will worship Allah for the whole night to seek forgiveness for their sins. Get more Trending News and ...

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Shab-e-Barat 2023: इबादत में गुजरेगी पूरी रात, क्या है इसका महत्व, क्यों ... (Zee News Hindi)

दिल्ली के मुसलमानों को आज शब-ए-रात के मौके पर नसीहत भरा पैगाम देते हुए दरगाह हज़रत ...

शब-ए-बारात का विशेष महत्व दक्षिण एशिया में ही मनाया जाता है और यह इस्लाम के प्रमुख पर्वों में से एक माना जाता है. आज के दिन लोग अपने पूर्वजों के लिए उनकी कब्र पर जाते हैं और उनके लिए वहां मोमबत्ती जलाकर रोशनी करते है और कब्र पर फूल चढ़ाते हैं. इसलिए रमजान की तैयारी शब-ए-बारात यानी की कल से ही शुरू हो जाती है. आज के दिन अल्लाह की सच्चे मन से इबादत की जाती है. लोग देर रात तक कब्रिस्तानों में पूर्वजों के लिए दुआएं पढ़ते हैं और गुनाहों की माफी मांगते हैं और इसलिए इस्लाम में शब-ए-बारात का खास महत्व माना जाता है. शब-ए-बारात इबादत, तिलावत और सखावत की रात है.

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