Shabe Barat 2023: आज होलिका दहन की शुभकामनाओं के साथ शब-ए-बारात में दुआओं को दौर भी चलेगा।
आज 7 मार्च को मुस्लिम समुदाय शबे बारात मना रहा है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक ...
मुस्लिम समुदाय के लोगों का मानना है कि वो इस दिन अपने घर की ओर रुख कर सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि शबे बारात की रात को सभी गुनाहों की माफी मिलती है. सुन्नी मुसलमानों का मानना है कि इस पाक दिन अल्लाह के नूह के संदूक को बाढ़ से बचाया गया था.
Shab-e-Barat 2023: कहते हैं, जो शब-ए-बारात में इबादत करता है, उनके सारे गुनाह माफ हो जाते हैं।
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Shab-e-Barat 2023: इबादतों, मुबारकों की पाक रात शब-ए-बारात में उठे दुआ के लिए हाथ...भारत, तुर्किए ...
(फोटो- Getty) कराची में लैलातुल अल-बारात के मौके पर वादी-ए-हुसैन कब्रिस्तान में एक बच्ची अपने रिश्तेदारों की कब्र पर मोमबत्ती जलाते हुए. पाकिस्तान के कराची में भी मंगलवार (7 मार्च) को लैलातुल अल-बारात के मौके पर मुसलमान वादी-ए-हुसैन कब्रिस्तान में अपने रिश्तेदारों की कब्र पर कुरान पढ़ते हुए.
दिल्ली के मुसलमानों को आज शब-ए-रात के मौके पर नसीहत भरा पैगाम देते हुए दरगाह हज़रत ...
शब-ए-बारात का विशेष महत्व दक्षिण एशिया में ही मनाया जाता है और यह इस्लाम के प्रमुख पर्वों में से एक माना जाता है. आज के दिन लोग अपने पूर्वजों के लिए उनकी कब्र पर जाते हैं और उनके लिए वहां मोमबत्ती जलाकर रोशनी करते है और कब्र पर फूल चढ़ाते हैं. इसलिए रमजान की तैयारी शब-ए-बारात यानी की कल से ही शुरू हो जाती है. आज के दिन अल्लाह की सच्चे मन से इबादत की जाती है. लोग देर रात तक कब्रिस्तानों में पूर्वजों के लिए दुआएं पढ़ते हैं और गुनाहों की माफी मांगते हैं और इसलिए इस्लाम में शब-ए-बारात का खास महत्व माना जाता है. शब-ए-बारात इबादत, तिलावत और सखावत की रात है.
आज होलीदहन के साथ ही मुस्लिम लोग शबे बारात का पर्व मना रहे हैं। आज पूरी रात कब्रिस्तान ...
समस्तीपुर :- शब ए बरात मंगलवार को लोगों ने धूमधाम से मनायी औार इबादत की.
शव ए बारात की रात को शव ए कद्र की रात भी कहा जाता है. बड़ों के साथ ही बच्चे भी सर पे टोपियां लगाए बुजुर्गों की मजारों पर दुआ मांगने गए. लोग घरों एवं मस्जिदों में पाक कुरान शरीफ के आयतों की तिलावत करते रहे और घूम घूम कर कब्रिस्तानों एवं पीर फकीरों की मजारों पर जाकर अगरबत्तियां जलाकर फातेहा पढ़ा जाता रहा.